Basti News || जड़ी बूटी दिवस के रूप मनाया गया आचार्य बालकृष्ण का जन्मदिन
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Basti News || जड़ी बूटी दिवस के रूप मनाया गया आचार्य बालकृष्ण का जन्मदिन |
Basti News || किसान सेवा समिति बस्ती के नेतृत्व में पतंजलि योग समिति, भारत स्वाभिमान बस्ती के पदाधिकारी व योग शिक्षकों द्वारा हरि मैरेज हाल में वर्तमान के धनवन्तरि एवं वनौषधि पण्डित आचार्य बालकृष्ण का जन्म दिवस अत्यंत उल्लासपूर्वक मनाया गया। जिसमें योग शिक्षक गरुण ध्वज पाण्डेय ने आचार्य बालकृष्ण की दीर्घायु के लिए वैदिक यज्ञ कराया।
बताया कि आचार्य जी के परम तप और पुरुषार्थ से रोगों के अनुसार नई औषधियों का आविष्कार किया गया है। रिसर्च आधारित औषधियों को पतंजलि रिसर्च संस्थान के माध्यम से उन्हें पेटेंट कराने का कार्य भी हुआ है। कामना पाण्डेय जिला प्रभारी महिला पतंजलि योग समिति बस्ती ने बताया कि जड़ी बूटी इनसाइक्लोपीडिया बनकर आचार्य ने आयुर्वेद प्रेमियों को एक नई सौगात दी है जो शोध और चिकित्सा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हो रहा है।
अवधेश पाण्डेय जिला प्रभारी किसान सेवा समिति ने विभिन्न प्रकार की जड़ी बूटियों के प्रयोग और सावधानियों के बारे में बताया। गिलोय के बारे में बताते हुए उन्होने कहा कि जिस प्रकार जल में गंगा, पशुओं में गाय श्रेष्ठ है उसी प्रकार औषधियों में गिलोय सर्वश्रेष्ठ है। इसके प्रयोग से शरीर में रोगों से लड़ने व उन्हें समाप्त करने की क्षमता बढ़ जाती है। बेल के गुणों बताते हुए कहा कि बेल बी पी को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसका फल तो मानव के लिए अमृत समान है।
सुभाष चन्द्र आर्य ने जिला प्रभारी पतंजलि योग समिति बस्ती ने बताया कि योग और आयुर्वेद आरोग्यता का मूल है। आज जो लोग अंग्रेजी दवाओं से थक गये हैं या गरीबी के कारण दवाइयों का खर्च उठाने में अक्षम हैं। वे योग करके एवं अपने पास पायी जाने वाली औषधियों से सहज में ही ठीक हो सकते हैं। इसी कड़ी में डॉ वीरेन्द्र त्रिपाठी महामंत्री पतंजलि योग समिति बस्ती ने कहा कि आचार्य जी ने आयुर्वेद की बुझती ज्योति को पुनः तेज किया और पूरे संसार में पतंजलि चिकित्सालय एवं आरोग्य केन्द्रों के माध्यम से फैलाया। जिससे जनता को अंग्रेजी दवाओं का एक मजबूत विकल्प प्राप्त हुआ है। साथ ही अन्य स्वदेशी उत्पादों को बाजार में लाकर विदेशी का बहिष्कार करने का अस्त्र भी लोगों को प्रदान किया है। इसके पश्चात आयुर्वेदिक औषधीय पौधों जैसे नीम, तुलसी, गिलोय, देशी गेंदा, सदाबहार, बेल, घृतकुमारी आदि का वितरण किया गया। इसके अलावा हरैया में कौशलेन्द्र विक्रम सिंह भानपुर में सुभाष चन्द्र सोनी व घनश्याम सिंह रूधौली में अनिल कुमार श्रीवास्तव ने जड़ी बूटी का वितरण किया।
डॉ नवीन सिंह संरक्षक पतंजलि योग समिति ने बताया कि जिले में जड़ी बूटी सप्ताह 4 अगस्त से 10 अगस्त तक मनाया जाएगा। जिसके तहत न्यायपंचायत स्तर तक के योग शिक्षकों द्वारा गांव गांव औषधीय पौधों की खेती से होने वाले लाभ के बारे में बताया जाएगा तथा ऐसे पौधों का रोपण भी किया जायेगा। साथ साथ गांव वालों को गिलोय की पहचान कराकर उसके उपयोग से वायरल बुखार को हराने के गुर भी सिखाये जायेंगे।
इस अवसर पर नवल किशोर चौधरी, जवाहर यादव वैद्य, दीनानाथ शुक्ल, राम मोहन पाल, सुनीत कुमार पाण्डेय आदि ने आयुर्वेद से प्राप्त अपने अनुभव को बताते हुए आचार्य बालकृष्ण के दीर्घायु की कामना की।
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