भारत की first train, पहले रेलवे स्टेशन से RapidX तक बड़ा रोचक है Indian Railway का सफर
Indian Railway First Train: 1837 में पहली मालगाड़ी और 1853 में पहले यात्री ट्रेन से शुरू हुआ भारतीय रेल (Indian Railway) का सफर रैपिड एक्स (RAPIDX) तक पहुंचने का सफर कई मायने रोचक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी (Prime Minister Narendra Damodar Das Modi) 20 अक्टूबर 2023 को जब साहिबाबाद में देश की रैपिड एक्स ट्रेन ((RAPIDX Train) को हरी झंडी दिखाएंगे तो यह भारतीय रेलवे का ऐतिहासिक क्षण होगा, जो हर भारतीय को न सिर्फ गौरवान्वित करेगा। बल्कि इस बात का प्रमाण भी प्रस्तुत करेगा कि भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र (developed nation) बनने का सपना यूं ही नहीं देख रहा है। उसके लिए भारत के पास पूरी क्षमता है। आइए चलते हैं भारतीय रेलवे 186 साल के रोचक सफर पर...
भारत की पहली ट्रेन का नाम था रेड हिल रेलवे (name of India's first train was Red Hill Railway)
वैसे तो भारत में पहली यात्री ट्रेन 16 अप्रैल, 1853 में शुरू हुई थी। लेकिन, इससे पहले ही 1837 में अंग्रेजों ने ग्रेनाइट के परिवहन के लिए एक ट्रेन चला दी थी। इस ट्रेन का रेड हिल रेलवे था। यह ट्रेन रेड हिल्स से चिंताद्रीपेट पुल के बीच चली थी। इन दोनों स्थानों के बीच करीब 25 किलोमीटर की दूरी थी। इस ट्रेन के निर्माण का श्रेय सर ऑर्थर कॉटन को दिया जाता है। इस ट्रेन का इस्तेमाल केवल ग्रेनाइट को ढोने में ही होता रहा।
1853 में चली भारत की पहली यात्री ट्रेन (India's first passenger train ran in 1853)
भारत में पहली यात्री ट्रेन 16 अप्रैल 1853 को चलाई गई थी। उस समय इस ट्रेन से करीब चार सौ लोगों ने सफर कर उस ऐतिहासिक पल (historical moment) के साक्षी बने थे। यह ट्रेन बोरी बंदर (मुम्बई) से चलकर ठाणे स्टेशन तक का सफर तय किया था। ट्रेन को लेकर उस समय लोगों में बड़ी उत्सुकता थी। जिसे देखते हुए ब्रिटिश हुकूमत ने 16 अप्रैल 1853 को सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया था, जिसकी वजह से बड़ी संख्या में लोग ट्रेन की झलक पाने के लिए बोरी बंदर, ठाणे व अन्य जगहों पर एकत्रित हुए थे। ट्रेन चलने से पहले उसे 21 तोपों की सलामी भी दी गई थी।
70 मिनट में पूरा हुआ था 35 किलोमीटर का सफर (journey of 35 kilometers was completed in 70 minutes)
देश में पहली पैसेंजर ट्रेन 16 अप्रैल, 1853 में चली थी। ट्रेन को तत्कालीन बंबई के बोरीबंदर से लेकर ठाणे के बीच का 35 किलोमीटर का सफर तय करना था। उस समय यह ट्रेन दोपहर 3:35 बजे मुंबई से निकली और 4:45 बजे ठाणे पहुंची थी। करीब 35 किलोमीटर का यह सफर एक घंटा 10 मिनट में पूरा हुआ था। इस ट्रेन में 3 इंजन और 14 डिब्बे यानी कोच लगे थे।
इस तरह हुई थी देश में ट्रेन की शुरुआत (This is how the train started in the country)
भारत में ट्रेन चलाने का श्रेय निर्विवाद रूप से अंग्रेजों को जाता है। अंग्रेजों के मन में 1832 में पहली बार भारत में ट्रेन चलाने का विचार आया था। उस समय ब्रिटेन में ट्रेन की शुरुआत हुए बस कुछ ही समय गुजरा था। अंग्रेजों को उस समय तक इस बात का अहसास हो गया था कि भारत जैसे विशाल देश में अगर वह ट्रेन चला देते हैं तो आने वाले वर्षों में उन्हें इसका हर तरह से लाभ मिलेगा और हुआ भी यही। इसके बाद 1844 में तत्कालीन गवर्नर-जनरल लॉर्ड हार्डिंग (Governor-General Lord Hardinge) इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में लग गए।
रैपिड एक्स का नाम होगा नमो भारत (Rapid X will be named Namo Bharat)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अक्टूबर 2023 को देश को पहली रैपिड ट्रेन (RAPIDX) की सौगात देंगे। केंद्र सरकार ने इस ट्रेन का नमो भारत रखने का निर्णय लिया है। 21 अक्टूबर 2023 से इसमें आम लोग सफर कर सकेंगे। पहले फेज में दिल्ली-गाज़ियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के 17 किमी लंबे प्राथमिक खंड को शुरू किया जाएगा। यह कॉरिडोर 82 किमी लंबा है। जिसका 14 किमी का हिस्सा दिल्ली में, 68 किमी का हिस्सा उत्तर प्रदेश में है। आने वाले समय मे इसे दिल्ली मेट्रो की विभिन्न लाइनों के साथ जोड़ा जाएगा। यह मेरठ, पानीपत व अलवर आदि शहरों को भी दिल्ली से जोड़ेगी।
रेलवे से जुड़े यह तथ्य, जिसे कम ही लोग जानते होंगे (These facts related to railways, which very few people would know)
- मौजूदा समय में भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्कों में से एक है।
- भारत में हर दिन औसतन 10 हजार से अधिक ट्रेनें देश में चलती हैं और लाखों लोग रोज सफर करते हैं।
- अंग्रेजों ने 'ईस्ट इंडियन रेलवे कंपनी' और 'ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेलवे' नाम की दो कंपनियों का गठन भारत में ट्रेन को लाने के लिए किया था।
- भारत में रेलवे स्टेशन की कुल संख्या तकरीबन 8000 है।
- करीब ढाई करोड़ लोग रोज भारतीय रेलवे से यात्रा करते हैं। वहीं, मालगाड़ी से 33 लाख टन माल भी ढोया जाता है।
- भारतीय रेलवे (Indian railway) का मुख्यालय (headquarter) राजधानी दिल्ली में है। 8 मई, 1845 को भारतीय रेलवे की स्थापना की गई थी।
- वंदे भारत एक्सप्रेस भारत में सबसे तेज चलने वाली ट्रेन है।
- वंदे भारत ट्रेन की स्पीड 180 किलोमीटर प्रति घंटा है। मगर सुरक्षा कारणों से 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही है।
- भारत में सबसे लंबी दूरी तक चलने वाली ट्रेन विवेक एक्सप्रेस है, जो डिब्रूगढ़ और कन्याकुमारी के बीच चलती है।
- विवेक एक्सप्रेस 4,286 किमी की दूरी करीब 82 घंटे 30 मिनट में तय करती है। यात्रा के दौरान इस ट्रेन का 57 स्टेशनों पर ठहराव होता है।
- मुम्बई का बोरी बंदर भारत का पहला रेलवे स्टेशन है।
- 1853 में देश की पहली यात्री ट्रेन बोरी बंदर से ठाणे तक चलाई गई थी।
- ग्रेट इंडियन पेनिन्सुलर रेलवे ने इसे बनाया था। इस स्टेशन का बाद में 1888 में विक्टोरिया टर्मिनस के रूप में निर्माण किया है। इसका नाम महारानी विक्टोरिया के नाम पर पड़ा।
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