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समाजवादी पार्टी ने बस्ती लोकसभा सीट से राम प्रसाद चौधरी को बनाया उम्मीदवार

समाजवादी पार्टी ने बस्ती लोकसभा सीट से राम प्रसाद चौधरी को बनाया उम्मीदवार

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बस्ती (यूपी)। समाजवादी पार्टी ने मंगलवार को लोकसभा चुनाव के लिए 16 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी। बस्ती लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी ने राम प्रसाद चौधरी को उम्मीदवार बनाया है। रामप्रसाद चौधरी के नाम की घोषणा होते ही सपा कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर दौड़ गई है।

पांच बार विधायक रहे राम प्रसाद चौधरी

राम प्रसाद चौधरी बस्ती जिले के साथ ही पूर्वांचल में राजनीति के बड़े धुरंधर माने जाते हैं। वह बस्ती जिले के कप्तानगंज विधानसभा सभी सीट से पांच बार जीतकर विधानसभा में क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। साल 2017 में वह भाजपा में सीए चंद्र प्रकाश शुक्ला से चुनाव हार गए। 2022 उनके बेटे कवींद्र चौधरी कप्तानगंज से भाजपा उम्मीदवार सीए चंद्र प्रकाश शुक्ला को हरा कर सपा से विधायक बन गए।

सिविल व इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में हैं डिप्लोमा

राम प्रसाद चौधरी का जन्म 15 नवंबर 1954 को उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के जिगना गांव में हुआ। उनके पिता का नाम माणिक राम चौधरी है। 1978 में राम प्रसाद चौधरी ने गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कोलाज, बस्ती से सिविल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया। उनकी शादी कपूर देवी से हुई है, जिनसे उन्हें एक बेटा और दो बेटियां हैं। उनके भतीजे अरविंद कुमार चौधरी भी 2009 से 2014 तक बहुजन समाज पार्टी के सदस्य के रूप में बस्ती (लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र) से सांसद रहे हैं।

कल्याण सिंह व मायावती सरकार में रहे मंत्री

राम प्रसाद चौधरी मौजूदा समय में समाजवादी पार्टी के सदस्य हैं। इससे पहले वह मायावती कैबिनेट (1997) में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), कल्याण सिंह सरकार में कपड़ा और रेशम उद्योग मंत्री (1997) और मायावती सरकार (2007-2012) में खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री के रूप में भी कार्य किया। यहां यह भी बता दें कि राम प्रसाद चौधरी ने जनता पार्टी के सदस्य के रूप में संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद से 9वीं लोकसभा में सांसद के रूप में करियर की शुरुआत की। 1993 के बाद वह 2017 तक बस्ती जिले के कप्तानगंज (विधानसभा क्षेत्र) के लगातार पांच बार विधायक रहे।

2019 में भी सपा ने बनाया बस्ती लोकसभा सीट से उम्मीदवार

2019 के लोकसभा चुनाव में राम प्रसाद चौधरी सपा और बसपा गठबंधन से बस्ती लोकसभा सीट से उम्मीदवार थे। लेकिन वह भाजपा के हरीश द्विवेदी से करीब 30 हजार मतों के अंतर से चुनाव हार गए थे। इसी दौरान नवंबर 2019 में बसपा सुप्रीमो मायावती ने राम प्रसाद चौधरी और तीन पूर्व विधायकों को अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। जिसके बाद राम प्रसाद चौधरी ने सपा का दामन थाम लिया।

बस्ती में सपा के पास हैं विस की चार सीटें

2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की साइकिल बस्ती जिले में खूब रफ्तार से दौड़ी। 2017 के चुनाव में जहां भारतीय जनता पार्टी ने जिले की पांचों विधानसभा सीटों पर कब्जा जमा लिया था। वहीं, 2022 में बस्ती सदर से सपा के टिकट पर महेंद्र नाथ यादव, रुधौली विधानसभा सीट से राजेंद्र प्रसाद चौधरी, कप्तानगंज विधानसभा सीट से कवींद्र चौधरी व महादेवा सुरक्षित सीट से सुभासपा-सपा गठबंधन से दूध राम विधायक निर्वाचित हुए थे। इसके अलावा बस्ती नगर पालिका अध्यक्ष की भी कुर्सी भी समाजवादी पार्टी के पास है। ऐसे में बस्ती लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी जीत की तमाम संभावनाएं देख रही है।

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