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Basti News || बस्ती के प्रफुल्ल चौधरी बने मंडी निरीक्षक || परिवार में खुशी का माहौल |
Basti News || मेहनत, लगन और धैर्य अगर साथ हो तो कोई भी मंजिल दूर नहीं होती। सफलता मिलने के रास्ते बन ही जाते हैं। ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के प्रफुल्ल चौधरी ने कर दिखाया है। बस्ती जिले के कप्तानगंज विकासखंड क्षेत्र के ढेकहा गांव निवासी प्रफुल्ल चौधरी का चयन मंडी निरीक्षक के पद पर हुआ है। वह पिछले 10 साल से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में लगे हुए थे। प्रफुल्ल चौधरी की सफलता से परिवार में खुशी का माहौल है। सोमवार को जब प्रफुल्ल चौधरी मंडी निरीक्षक के पद पर ज्वाइन करने के बाद अपने गांव पहुंचे तो परिवार ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस समय परिवार के सदस्यों की खुशी देखने लायक थी।
प्रेरणादायक है संघर्ष की दास्तां
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के ढेकहा गांव निवासी प्रफुल्ल चौधरी के संघर्ष की दास्तां युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद वह प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए प्रयागराज चले गए। 10 साल तक कठिन परिश्रम करने के दौरान उन्होंने कई प्रतियोगी परीक्षाओं में हिस्सा लिया। दिसंबर 2018 में उन्होंने मंडी निरीक्षक के पद के लिए आवेदन भरा। इस पद की परीक्षा साल 2019 में हुई। इस परीक्षा का परिणाम बीते 22 जून 2024 को आया। जिसमें प्रफुल्ल चौधरी सफल घोषित किए गए। प्रफुल्ल चौधरी के मंडी निरीक्षक पद पर चयन होने की खबर उनके गांव पहुंची तो हर किसी के चेहरे पर खुशी छा गई। प्रफुल्ल चौधरी में हाई स्कूल की शिक्षा रामदास उदय प्रताप औद्योगिक इंटर कॉलेज भटपुरवा चिलमा बाजार एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा झिनकू लाल त्रिवेनी राम इंटर कॉलेज कलवारी से प्राप्त की है। स्नातक की पढ़ाई उन्होंने साकेत महाविद्यालय से की और मेरठ से बीएड तथा टीजीटी के बाद वह प्रयागराज चले गए।
पिता सेवानिवृत्त शिक्षक, बड़े भाई हैं डॉक्टर
मंडी निरीक्षक के पद पर चयनित प्रफुल्ल चौधरी के पिता कृपाराम चौधरी पूर्व माध्यमिक विद्यालय बसंतपुर से 2017 में शिक्षक पद से सेवानिवृत है। उनके दो बेटे हैं। बड़े पुत्र पंकज चौधरी चिकित्सक हैं। जबकि बहू सुनीता ओझा गंज में शिक्षिका हैं। प्रफुल्ल की पत्नी प्रतिभा भी बीटीसी व टीईटी उत्तीर्ण हैं। प्रफुल्ल चौधरी ने कहा कि सफलता के लिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए। सच्चे मन से किया गया प्रयास एक दिन जरुर सफल होता है। उन्होंने कहा कि उन्हें सफल होने में 10 वर्ष का लंबा समय लगा, लेकिन परिवार के लोगों के सहयोग और आशीर्वाद से वह कभी विचलित नहीं हुए। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय पिता कृपाराम चौधरी और माता प्रेमा देवी समेत परिवार के सभी लोगों को दिया है। प्रफुल्ल चौधरी की सफलता पर पूरे गांव में खुशी की लहर है।
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