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ब्लॉगर हैं तो यूनिक कंटेंट ही पोस्ट करें, नहीं तो लगेगा प्लेगिरिज्म (Plagiarism) का झटका

ब्लॉगर हैं तो यूनिक कंटेंट ही पोस्ट करें, नहीं तो लगेगा प्लेगिरिज्म (Plagiarism) का झटका

- ऑनलाइन पैसे कमाने की जगह ब्लॉक हो सकती है वेबसाइट या सस्पेंड हो सकता है एडसेंस

टेक डेस्क। अगर वेबसाइट (website) चलाते हैं या ब्लॉगर हैं, तो आपको प्लेगिरिज्म (Plagiarism) साहित्य चोरी के बारे में जानना बेहद जरूरी है। क्योंकि, अधिकांश ब्लॉगर (Blogger) या वेबसाइट संचालक कंटेंट ( content) बढ़ाने के चक्कर में कॉपी-पेस्ट करने लगते हैं। जबकि डिजिटल दुनिया ( Digital world) में यह अपराध तो है ही साथ ही आपकी वेबसाइट या ब्लॉग की साख पर बट्टा भी लगाता है। ऐसे में जरूरी है कि आप यूनिक (unique) कंटेंट लिखें और उसे ही पोस्ट करें। भले ही संख्या कम हो। लेकिन, अगर प्लेगिरिज्म (Plagiarism) का ख्याल रखते हैं, तो कुछ ही समय में गूगल में आपकी वेबसाइट रैंक ( Rank) करने लगेगी और एडसेंस (Adsense) से आप अच्छी-खासी कमाई भी कर पाएंगे। तो आइए आपको बताते हैं कि प्लेगिरिज्म (Plagiarism) है क्या...

प्लेगिरिज्म (Plagiarism) का अर्थ
प्लेगिरिज्म का अर्थ क्या होता है। Plagiarism kya hai? what is Plagiarism in Hindi इसका अर्थ होता है साहित्य चोरी करना यानी किसी दूसरे के लिखे कंटेंट (Content) या लेख को अपना बताकर वेबसाइट ( Website) या ब्लॉग (Blog) पर पोस्ट करने को प्लेगेरिज्म (Plagiarism) कहते हैं। इसमें केवल लेख ही नहीं फोटो ( photo) और वीडियो (Video) भी शामिल होता है। इसका अर्थ यह हुआ कि आप किसी अन्य व्यक्ति के द्वारा लिखे लेख, फ़ोटो या वीडियो को बिना अनुमति लिए अपने ब्लॉग या वेबसाइट पर पोस्ट कर रहे हैं। या फिर इसका व्यवसायिक लाभ ले रहे हैं। तो इसी को प्लेगिरिज्म कहते हैं। 
 
यूनिक (Unique) कंटेंट लिखने की आदत डालें
किसी अन्य व्यक्ति के द्वारा लिखे कंटेंट या लेख को अपने ब्लॉग या वेबसाइट पर पोस्ट करने का कोई फायदा नहीं मिलने वाला है। अलबत्ता इसकी वजह से आपको मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है। आपकी वेबसाइट ब्लॉक ( Block) हो सकती है। एडसेंस सस्पेंड हो सकता है। ऐसा करने वालों को गूगल पेनलाइज्ड ( penalized) कर देता है। जिसके चलते आपकी वेबसाइट या ब्लॉग कभी गूगल में रैंक नहीं कर पाएगा। 

कॉपी (Copy) कंटेंट को नजरअंदाज कर देता है गूगल सर्च इंजन (Google search engine) 
गूगल (Google) कॉपी किए हुए कंटेंट को नजरअंदाज कर देता है। गूगल सर्च इंजन (Google search engine) ऐसे पोस्ट को रैंकिंग (Ranking) में ही नहीं लाता है। ऐसे में अगर आप अपने ब्लॉग (Blog) या वेबसाइट (Website) को गूगल या अन्य किसी भी सर्च इंजन में रैंक (Rank) करवाना चाहते हैं तो हमेशा यूनिक कंटेंट लिखें। यह एक दो बार मुश्किल हो सकता है, लेकिन आगे आपको इतने फायदे मिलेंगे की आपको कॉपी पेस्ट करना उतना ही खराब लगने लगेगा, जितना आपको किसी परीक्षा में नकल करने में लगता है। ऐसे में आपको सौ प्रतिशत यूनिक कंटेंट 100% Unique Content लिखना होगा। 

तीन प्रकार के होते हैं प्लेगिरिज्म (Plagiarism)
अब तो जान और समझ ही गए होंगे कि ब्लॉग य वेबसाइट के लिए प्लेगिरिज्म (Plagiarism) कितना जरूरी है और यह किस बला का नाम है। प्लेगिरिज्म (Plagiarism) भी तीन प्रकार के होते हैं। पहला Verbatim plagiarism। दूसरा Patchwork Plagiarism और तीसरा Self-Plagiarism। 

इस तरीके से बच सकते हैं Plagiarism से
यूनिक कंटेंट लिख कर प्लेगिरिज्म (Plagiarism) के खतरे से आसानी से बचा जा सकता है। इसकी वजह यह है कि जब आप कुछ लिखेंगे तो वह आपका कंटेंट होगा। 100% संभावना है कि वह कंटेंट डिजिटल दुनिया में कहीं और नहीं होगा। ऐसे में आपका कंटेंट बड़ी ही आसानी से गूगल सर्च इंजन में रैंक करने लगेगा। इससे आप एडसेंस के माध्यम से अच्छी-खासी कमाई भी करने लगेंगे। वहीं आप अपने कंटेंट को चोरी होने से बचाने के लिए डीएमसीए ( Digital Millennium Copyright Act) का सहारा ले सकते हैं। 

अपने लिखे कंटेंट का ऐसे चेक कर सकते हैं प्लेगिरिज्म (Plagiarism) 
अपने लिखे कंटेंट का आप बेहद आसानी से प्लेगिरिज्म (Plagiarism) चेक कर सकते हैं। इसके लिए कई Plagiarism checker tool गूगल पर फ्री में मौजूद हैं। ऐसा करके आप अपने लिखे कंटेंट से वह हिस्सा हटा सकते हैं जिसे Plagiarism की श्रेणी में दिखाया जा रहा है। इसके लिए आप Duplichecker.com, Small SEO Tools या Quetext की मदद ले सकते हैं। इसके अलावा भी कई ऑनलाइन प्लेटफार्म ( Online platform) हैं, जहां आप फ्री ( free) में आसानी से Plagiarism चेक कर सकते हैं।

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