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Basti: कोलकाता से आए फॉक्सपॉम बढ़ाएंगे इंजीनियरिंग कॉलेज की छटा

Basti: कोलकाता से आए फॉक्सपॉम बढ़ाएंगे इंजीनियरिंग कॉलेज की छटा

- इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में रोपे गए फॉक्सपॉम
- कॉलेज के प्रवेश द्वार से लेकर परिसर में रोपे गए कोलकाता दो सौ फॉक्सपॉम के पौधे
- यहां एक गेस्ट हाउस का भी होगा निर्माण

बस्ती। मंडल मुख्यालय पर निर्माणाधीन इंजीनियरिंग कॉलेज (engineering college) को कोलकाता से आए दो सौ फॉक्सपॉम के पौधों से सुसज्जित किया जा रहा है। ताकि यहां की सुंदरता को चार चांद लगाया जा सके। यही नहीं यहां गेस्ट हाउस का भी निर्माण बहुत जल्दी शुरू कर दिया जाएगा।

16 मई 2016 को जिले के निवासी तत्कालीन कैबिनेट मंत्री राजकिशोर सिंह की पहल पर तकनीकी शिक्षा के लिए इंजीनियरिंग कॉलेज का शिलान्यास किया गया था। 43.76 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत वाले इस कॉलेज के निर्माण का जिम्मा सीएंडडीएस (कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइनिंग सर्विस) को दिया गया था। विभागीय अभियंताओं ने काम भी पूरे जोश खरोस से शुरू किया लेकिन, इसी बीच सूबे की सरकार बदल गई। इसके बाद से ही शासन व रूसा (राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान) के सहयोग से बनने वाली इस परियोजना की उपेक्षा भी शुरू हो गई। धीरे-धीरे भुगतान होता रहा और निर्माण कार्य भी उसी गति से चलते रहे। इधर कॉलेज भवन व अन्य संसाधन तो तैयार हो चुके हैं लेकिन अभी पूरी तरह से सुसज्जित होने के लिए तकरीबन सात करोड़ रुपए अवशेष रकम की दरकार है। इधर साइट इंजीनियर जयप्रकाश यादव पूरी टीम के साथ परिसर, मुख्य सड़क व अन्य संसाधनों को सुसज्जित करने में जुटे हुए हैं। इसके लिए जहां कोलकाता से दो सौ फॉक्सपॉम के पौधे मंगाकर रोपा गया है, वहीं एक गेस्ट हाउस के लिए लेआउट भी तैयार किया जा रहा है।

Basti: कोलकाता से आए फॉक्सपॉम बढ़ाएंगे इंजीनियरिंग कॉलेज की छटा

सभी संसाधनों से लैस हुआ इंजीनियरिंग कॉलेज

सीएंडडीएस के साइट इंजीनियर जयप्रकाश यादव ने बताया कि पिछले महीने मंडलायुक्त ने उप निदेशक के साथ पहुंच कर निरीक्षण किया था। उनके निर्देशानुसार पौधरोपण व अन्य सुधारात्मक कार्य करवाकर सुसज्जित किया जा रहा है। बताया कि प्रशासनिक भवन, एकेडमिक भवन, कंप्यूटर रूम, लाइब्रेरी और वाशरूम आदि पूरी तरह से दुरुस्त किया जा चुका है। 

संसाधनों को तेजी से किया जा रहा दुरुस्त

सीएंडडीएस के परियोजना प्रबंधक विवेक कुमार ने बताया कि मुख्य भवन व अन्य संसाधनों को तेजी से दुरुस्त किया जा रहा है। ताकि नए भवन को जल्द ही हस्तांतरित कर दिया जाए।

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