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UP News: पश्चिम बंगाल के साइबर ठग ने यूपी के पेंशनरों से करोड़ों ठगे, अब गया सलाखों के पीछे

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बस्ती (यूपी)। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले की पुलिस ने एक ऐसे साइबर ठग को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है, जो यहां से सैकड़ों किलोमीटर दूर बैठकर पेंशनरों को ठगी का शिकार बना रहा था। यह ठग पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले से अपना नेटवर्क चला रहा था। इस गिरोह के कई सदस्य अभी पुलिस की पकड़ से दूर हैं, जिनकी पुलिस टीम बेहद सरगर्मी से तलाश कर रही है। आरंभिक जांच में पता चला है कि पकड़े गए आरोपित पर गोरखपुर, आजमगढ़, बदायूं में ठगी के नौ मामले दर्ज हैं।

गिरोह के टारगेट पर रहते थे पेंशनर 

दरअसल यह गिरोह पेंशनरों को इसलिए टारगेट पर लेता की, एक तो उनके बैंक खाते में हर महीने निश्चित रकम आती है आउट दूसरा यह कि तमाम पेंशनरों के खाते में उनके जीवन भर की गाढ़ी कमाई पड़ी रहती है। ऐसे में अगर दांव सही लग गया तो ठग को एक ही बार में मोटी रकम हाथ लग जाती है। इस गिरोह के निशाने पेंशनर ही थे। पकड़े गए आरोपित से पूछताछ में पता चला कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों को उनकी नौकरी से संबंधित विवरण बताकर, पेंशन अपडेट करने के नाम पर ठगी करते थे। अभी तक गिरोह ने कितने लोगों को निशाना बनाया और कितने की ठगी की है। इसका स्पष्ट आंकड़ा सामने नहीं आया है। लेकिन, आशंका जताई जा रही है कि ठगी की रकम करोड़ों में हो सकती है।

24 परगना जिले का रहने वाला है आरोपित

पेंशनरों से ठगी करने वाले शातिर साइबर अपराधियों के गिरोह के सरगना को साइबर क्राइम थाने की टीम ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपित पश्चिम बंगाल के 24 परगना का रहने वाला है। उसकी पहचान राजू शाव के रूप में हुई है। इस अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्यों पर बस्ती के अलावा गोरखपुर, आजमगढ़, बदायूं जिले में भी इसी तरह की ठगी के नौ मुकदमे दर्ज हैं।

पुलिस ने फ्रीज कराया आरोपित का बैंक खाता

साइबर पुलिस ने आरोपित के बैंक खातों को फ्रीज करा दिया है। इसके साथ बैंक खाते से हुए लेनदेन का ब्यौरा निकाल उसकी जांच की जा रही है। बस्ती रेंज के साइबर थाने के प्रभारी निरीक्षक विकास यादव के मुताबिक साइबर अपराधियों के इस गिरोह के लोग पश्चिम बंगाल में बैठकर कई वर्षों से पेंशनरों को झांसे में लेकर ठगी कर रहे थे।

इन लोगों ने दर्ज कराया है मुकदमा

पुलिस अब गिरोह के शिकार बने पेंशनरों का डाटा जुटा रही है। अभी तक शिकार बने पुलिस पेंशन धारक इंद्रजीत यादव ने लगभग 16 लाख रुपये, पुलिस पेंशनर विद्यासागर ने लगभग 24 लाख व एक अन्य शैलेश पांडेय ने 2.40 लाख रुपये की ठगी का मुकदमा दर्ज कराया है, जिसकी जांच के बाद पुलिस ने राजू शाव को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। 

ऐसे राजू शाव तक पहुंची बस्ती पुलिस

पश्चिम बंगाल के राजू शाव तक पहुंचने के लिए साइबर पुलिस को काफी मेहनत करनी पड़ी।तकनीकी संसाधनों का प्रयोग कर राडार पर आए ठग के बारे में जानकारी मिली कि झारखंड एवं पश्चिम बंगाल का गैंग इसमें सम्मिलित है। मोबाइल नंबर बैंक खातों और अन्य माध्यमों से सरगना राजू शाव के लोकेशन की जानकारी हासिल की गई। जिसके बाद उसे एसआई अवधेश वर्मा, महेंद्र यादव, राजेश यादव, मनोज राय, मनिन्द्र प्रताप चन्द, गौरव श्रीवास्तव आदि की टीम ने गुरुवार को राजू शाव को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से अपराध में प्रयुक्त कई मोबाइल, आधार कार्ड आदि बरामद हुए हैं। एनसीसीआरपी पोर्टल व साइबर सेफ पोर्टल से पता चला कि राजू शाव ने अन्य जनपदों के लोगों को भी ऑनलाइन ठगी का शिकार बनाया है।

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