chaitra navratri 2024 date: चैत्र नवरात्र नवरात्रि 2024। घोड़े पर सवार होकर आएंगी मां दुर्गा। महाकाली, महालक्ष्मी, मां सरस्वती की उपासना, जानिए शुभ मुहूर्त योग
chaitra navratri 2024 date: साथ ही चैत्र नवरात्रि पर बहुत सारे दुर्लभ संयोग बनने जा रहे हैं। दरअसल, इस साल चैत्र नवरात्रि पर अमृतसिद्धि योग, सर्वार्थसिद्धि योग और शश योग का निर्माण होने जा रहा है। ये दोनों ही योग चैत्र नवरात्रि में 30 साल बाद बनने जा रहे हैं।
शक्ति की उपासना का पर्व चैत्र नवरात्र 9 से 17 अप्रैल तक श्रद्धा व उल्लास से मनाया जाएगा। इस बार मंगलकारी रेवती-अश्विन नक्षत्र के साथ सर्वार्थ और अमृत सिद्धि योग में शक्ति का आगमन होगा।
शक्ति की उपासना का पर्व चैत्र नवरात्र 9 से 17 अप्रैल तक श्रद्धा व उल्लास से मनाया जाएगा। इस बार मंगलकारी रेवती-अश्विन नक्षत्र के साथ सर्वार्थ और अमृत सिद्धि योग में शक्ति का आगमन होगा। इस दौरान कई मंगलकारी संयोग बनेंगे। दुर्गा माता, अन्नपूर्णा, काली मंदिर, वैष्णवधाम,विद्याधाम में इस अवसर पर विभिन्न अनुष्ठान होंगे। इनकी तैयारियां शुरू हो गई है।
चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 8 अप्रैल को रात 11.50 से 9 अप्रैल को रात 8.30 बजे तक रहेगी। इस अवसर पर बन रहे सर्वार्थ और अमृत सिद्ध योग उपासना का अक्षय फल देने वाला बताया गया है। ममतामयी मां दुर्गा की आराधना भक्त की मनोकामना पूर्ण करने वाली है। चैत्र प्रतिपदा के दिन घट स्थापना के लिए सुबह 6.02 से लेकर 10 बजकर 16 मिनिट और सुबह 11.57 से दोपहर 12.48 बजे तक करना विशेष लाभदायक है।इस वर्ष माता की सवारी घोड़ा है। वाहन के चयन का आधार किस दिन नवरात्र शुरू हो रही है। इस पर किया जाता है। इस बार नवरात्र मंगलवार को शुरू हो रहे हैं।
- 9 अप्रैल प्रतिपदा के दिन घट स्थापनाकर शैलपुत्री का पूजन।
- 10 अप्रैल को सिंधारा दूज पर ब्रह्मचारिणी पूजा।
- 11 अप्रैल को सौभाग्य तीज पर चंद्रघंटा पूजन।
- 12 अप्रैल को विनायक चतुर्थी के दिन कुष्मांडा पूजा।
- 13 अप्रैल को स्कंद षष्ठी पर स्कंद माता की पूजा।
- 14 अप्रैल को यमुना छठ के दिन कात्यायनी पूजा।
- 15 अप्रैल को सप्तमी पर कालरात्रि पूजा।
- 16 अप्रैल को दुर्गा अष्टमी पर महागौरी और संधि पूजा।
- 17 अप्रैल को राम नवमी पर नवरात्रि का पारण।
पंडित देवस्य मिश्र ज्योतिषाचार्य
संपर्क सूत्र नंबर 9628203064
0 Comments