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SBI Hikes FD Rates 2024 || बड़ी खुशखबरी || एसबीआई ने बढ़ाईं सावधि जमा दरें || जानें अब Fixed Deposit पर कितना मिलेगा ब्याज |
SBI Hikes FD Rates 2024 || देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने नागरिकों को बड़ी खुशखबरी दी है। एसबीआई की ओर से एक साल की खुदरा सावधि जमा (Fixed Deposit) धनराशि पर ब्याज दर 25 से 75 आधार अंक तक बढ़ा दिया गया है। बताया जा रहा है कि ब्याज दर में यह बदलाव आज से ही लागू कर दिया गया है। सबसे बड़ी खुशखबरी यह भी है कि भारतीय स्टेट बैंक के इस कदम से दूसरे बैंक भी इस दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।
4.75 की जगह मिलेगा 5.5 प्रतिशत ब्याज
भारतीय स्टेट बैंक की ओर से 46 से 179 दिनों में पूर्ण होने वाली 2 करोड़ रुपये तक के खुदरा सावधि जमा पर अब 4.75 प्रतिशत के स्थान पर 5.5 प्रतिशत ब्याज दिया जाएगा। वहीं, 180 से 210 दिन की सावधि जमा पर एसबीआई की ओर से ब्याज दर 5.75 प्रतिशत से बढ़ाकर 6 प्रतिशत कर दिया गया है। इसी प्रकार 211 दिन से लेकर एक साल से कम समय के जमा पर अब 6 प्रतिशत के बदले 6.25 प्रतिशत की दर से इंटरेस्ट दिया जाएगा। इसके साथ ही 2 करोड़ रुपये और इससे अधिक के थोक जमा में अल्प अवधि से मध्यम अवधि के लिए भी ब्याज दरें 10 से 50 आधार अंक तक की बढोत्तरी की गई है। Fixed Deposit
ऋण की बढ़ती मांग के चलते की गई बढ़ोत्तरी
भारतीय स्टेट बैंक की ओर से बताया गया है कि ऋण की मांग लगातार बढ़ रही है। इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए जमा दरों को बढ़ाया गया है। यह भी कहा गया है कि मार्केट में तरलता (लिक्विडिटी) जैसी मौजूदा परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए ब्याज दरों पर निर्णय लिया गया है। साथ ही कहा गया है कि चालू वित्तीय वर्ष के अंत तक दरें नीचे आ सकती हैं, ऐसी संभावना है। यही वजह है कि खुदरा श्रेणी में कम अवधि वाले जमा पर ही ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी की गई है। हालांकि, बैंक मध्यम अवधि और दीर्घकालिक जमा पर ऊंची ब्याज दर के पक्ष में अभी नहीं हैं। Fixed Deposit
बैंकिंग प्रणाली में जमा दरें ऊंची रहने की उम्मीद
इंडिया रेटिंग्स की ओर से अपनी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि कि बैंकिंग प्रणाली में जमा दरें ऊंची ही रहने की संभावना जताई जा रही है। एजेंसी की ओर से यह भी कहा गया है कि लोन के अधिक मांग की वजह से वित्तीय वर्ष 2025 की पहली छमाही में तो दरें कम होने वाली नहीं हैं। एजेंसी का कहना है कि नीतिगत दरों में अधिक कमी की उम्मीद कमजोर पड़ने से बैंकिंग प्रणाली में दरें अधिक ही रहनी चाहिए। बैंक ऑफ इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि देश के सबसे बड़े बैंक ने जमा दरें बढ़ाई हैं। यह बड़ी खबर है। इससे दूसरे बैंक भी ऐसा करने की दिशा में कदम आगे बढ़ा सकते हैं। दरअसल, बैंकों के बीच दरों को लेकर होड़ चलती रहती है। इतना ही नहीं, म्युचुअल फंड से भी उन्हें टक्कर लगातार मिल रही है। Fixed Deposit
नकदी से जुड़ी कोई समस्या नहीं है
जानकार यह भी कहते हैं कि, बैंकिंग प्रणाली में नकदी को लेकर कोई समस्या नहीं है। दरों में बदलाव बैंकों की परिसंपत्ति देनदारी प्रबंधन और वृद्धि को उम्मीद के अनुसार आगे बढ़ाने की प्राथमिकता का संकेत हो सकते हैं। इस साल के मार्च 2024 के अंत तक एसबीआई में जमा रकम साल भर पहले की तुलना में 11.13 प्रतिशत से बढ़कर 49.16 करोड़ रुपये पहुंच गई है। वहीं, ऋण आवंटन 15.24 फीसदी तक बढ़ा है। SBI की ओर से वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान जमा में 12 से 13 प्रतिशत तथा ऋण आवंटन में 14 से 16 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया गया है। यह भी बता दें कि अप्रैल 2024 में मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद मीडिया से वार्ता में आरबीआई के डिप्टी गवर्नर जे स्वामीनाथन की ओर से कहा गया था कि बैंक जमा जुटाने में काफी सक्रिय रहे हैं। इसकी वजह यह है कि जमा एवं ऋण आवंटन में वृद्धि के बीच 3 से 3.5 फीसदी तक अंतर आ रहा है। Fixed Deposit
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