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जानिए अनोखी पाठशाला के बारे में || यहां बीएड डिग्रीधारी नहीं बल्कि यह लोग होंगे टीचर || कौन क्या पढ़ेगा || जानें पूरा मामला

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पंचायतों में लगेगी किसानों की क्लास, पढ़ाने वाले "किसान टीचर" को मिलेगा मानदेय, यहां से खेती के टिप्स लेकर हल करेंगे किसानी के गूढ़ सवाल

Basti News || किसान अन्नदाता हैं। अन्नदाता अगर ज्ञानी और खुशहाल होगा तो देश की अर्थव्यवस्था भी अपनी रफ्तार से आगे बढ़ेगी। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में कृषि विभाग की ओर से की गई एक पहल आने वाले दिनों में किसानों के लिए वरदान से कम नहीं होगी। यहां कृषि विभाग की ओर से जिले की सभी ग्राम पंचायतों में किसानों क्लास लगेगी। इसे किसान पाठशाला का नाम दिया गया है। यहां पढ़ाने वाले के पास केवल एक ही डिग्री होगी वह है प्रगतिशील किसान होने की। यहां से खेती-किसानी के टिप्स लेकर अन्नदाता अपने खेत में किसानी के गूढ़ सवालों को हल कर उत्पादन उच्चतम स्तर पर ले जाएंगे।

27 मई से 4 जून तक चलेगी यह अनोखी पाठशाला

खरीफ सत्र 2024 का सीजन शुरू होने वाला है। इस  सीजन में basti जिले की सभी ग्राम पंचायतों किसान गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा। इसी किसान गोष्ठी में किसान पाठशाला का भी आयोजन होगा। किसान पाठशाला का आयोजन 27 मई से 4 जून तक किया जाएगा। बस्ती मंडल के संयुक्त निदेशक कृषि अविनाश चंद्र तिवारी ने बताया कि यह आयोजन शासन के निर्देश के अनुसार किया जा रहा है। इसके तहत जनपद की सभी ग्राम पंचायतों के लिए 2 मुख्य फसलों को चिन्हित किया गया है। इसमें वह फसल शामिल होंगे, जो फसल बीमा के लिए अधिसूचित है। इसे चिन्हित कर किसानों को फसल उत्पादन से संबंधित नवीनतम तकनीकी की जानकारी दी जाएगी।

भारत निर्वाचन आयोग ने दे दी है अनुमति

संयुक्त कृषि निदेशक अविनाश चंद्र तिवारी ने बताया कि किसान पाठशाला के आयोजन के लिए भारत निर्वाचन आयोग से अनुमति ले ली गई है। आगे बताते हैं कि किसान पाठशाला में संबंधित विकास खंड में पुरस्कृत या प्रगतिशील किसान की ओर से अधिक उत्पादन प्राप्त करने के संबंध में वार्ता कराकर किसानों को प्रेरित किया जाएगा। इसके लिए पढ़ाने वाले किसान को 500 रुपये बतौर मानदेय दिया जाएगा। किसान पाठशाला में एफपीओ के गठन से लेकर पराली प्रबंधन, डिजिटल क्राप सर्वे, आपदा प्रबंधन, प्राकृतिक खेती व कृषि एवं सहयोगी विभाग उद्यान, मत्स्य, पशुपालन, गन्ना, रेशम आदि विभागों की ओर से संचालित योजनाओं तथा चिन्हित फसल उत्पादन की तकनीकी के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी।

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