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बस्ती में आज भी बारिश की संभावना || अगले कुछ घंटों में बदलेगा मौसम || मौसम होगा सुहाना |
Basti News || Up Ka Mausam || Up Weather Update || Purvanchal Weather Update || UP Rain weather IMD forecast || उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में पिछले एक सप्ताह से भी अधिक समय से बारिश न के बराबर हुई है। रोजाना कड़ी धूप निकलने की वजह से उमस भरी गर्मी से लोग बेहाल हैं। दिन में तो समय जैसे तैसे कट जा रहा है। लेकिन, रात में कूलर और पंखे भी बेअसर साबित हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में लोग केवल इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में बारिश कब होगी। तो मौसम विभाग की ओर से संभावना व्यक्त की गई है कि उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में 11 सितंबर से मौसम बदल सकता है। वहीं, संभावना यह भी व्यक्त की गई है कि अगर मौसम बदलता है तो इसका असर 4 से 5 दिन तक रहने वाला है। यानी की बस्ती जिले में 15 सितंबर तक रुक रुक कर बारिश होने की संभावना बन रही है। अब देखना यह होगा की मौसम विभाग का यह पूर्वानुमान कितना असर दिखाता है।
बारिश के इंतजार में आसमान की ओर लगाए हैं टकटकी
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में बारिश न होने से गर्मी से लोगों का हाल बेहाल होने लगा है। आसमान में बादलों की आवाजाही तो दिख रही है, लेकिन बारिश का कहीं नाम और निशान नहीं है। ऐसी स्थिति में लोग सुबह-शाम आसमान की ओर टकटकी लगाए बारिश होने का इंतजार करते रह जाते हैं। हालांकि मौसम के बारे में जानकारी देने वाली एक निजी वेबसाइट की ओर से भी यह संभावना व्यक्त की गई है कि 9 व 10 सितंबर को उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में बारिश हो चुकी है। हालांकि मौसम के बारे में सटीक तौर पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता। लोग भी इस बात को जानते हैं। लेकिन 9 व 10 सितंबर को बारिश हुई। ऐसे में बारिश का इंतजार कर रहे लोगों को भरोसा हो गया कि अब मौसम करवट लेने वाला है। वहीं, अब अब देखना यह होगा कि 11 सितंबर को अगले कुछ घंटे में मौसम का क्या रुख रहने वाला है। यही हाल उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के अन्य जिलों का भी है। सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती, कुशीनगर, गोंडा, महाराजगंज, देवरिया, बलिया, जौनपुर आदि जिलों में भी लोग बारिश का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि रविवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ठीक-ठाक बारिश हुई है। वाराणसी में भी बारिश हुई है। इन जिलों में जहां बारिश हुई है वहां मौसम हो गया है।
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धान की फसल के लिए जरूरी है बारिश
बारिश न होने से केवल शहरी क्षेत्र के लोग ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में किसान भी परेशान हैं। वह अपनी धान की फसल को लेकर चिंतित हैं। क्योंकि पिछले कई दिनों से बारिश न होने की वजह से ऊंचे इलाकों में स्थित धान के खेतों में पानी सूखने लगा है। ऐसी स्थिति में तमाम किसान निजी संसाधनों में के जरिए धान के खेतों में पानी भरने की कोशिश में लग गए हैं। लेकिन, अभी भी किसानों को मानसून के दोबारा सक्रिय होने की उम्मीद है। माना जाता है कि धान या अन्य किसी भी फसल के लिए मानसून की बारिश जितनी असरदायक होती है। उतना भूगर्भ जल से की गई सिंचाई से लाभ नहीं होता है। इसके कई कारण हो सकते हैं। ऐसे में किसान मानसून के दोबारा सक्रिय होने का इंतजार कर रहे हैं।
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