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बस्ती में आज भी बूंदाबांदी के आसार || शाम तक बदलता दिखेगा मौसम || फिर पूर्वांचल से विदा ले लेगा यूटर्न लिया मानसून

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बस्ती में आज भी बूंदाबांदी के आसार || शाम तक बदलता दिखेगा मौसम || फिर पूर्वांचल से विदा ले लेगा यूटर्न लिया मानसून

Up Rain Alert || Up Ka Mausam || Up Weather Update || Purvanchal Weather Update || UP Rain weather IMD forecast || उत्तर प्रदेश में अचानक लौटे मानसून ने ऐसी झमाझम बारिश की कि पूर्वांचल समेत उत्तर प्रदेश के कई जिले बारिश के पानी से सराबोर हो गए। कई जिलों में शहरों में जलभराव की स्थिति होने से आम जनजीवन अस्त व्यस्त नजर आया। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में पिछले 48 घंटे से हो रही बारिश के चलते रोजी रोजगार भी ठप पड़ गया था। लेकिन मौसम विभाग की ओर से यह संभावना व्यक्त की गई है कि रविवार से मौसम बदलने लगेगा। हालांकि अनुमान यह भी है कि रविवार यानी 29 सितंबर को भी बूंदाबादी हो सकती है। लेकिन भारी बारिश की संभावना बेहद कम है। माना यह भी जा रहा है कि दोपहर या देर शाम के बाद मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। इसके बाद यू टर्न लेकर बारिश कर रहा मानसून उत्तर प्रदेश से विदा ले लेगा।

बस्ती में 48 घंटे से अधिक समय तक हुई बारिश

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में सितंबर के महीने में जिस तरह की बारिश देखने को मिली। वैसी बारिश जुलाई और अगस्त के महीने में भी बिरले ही देखने को मिली थी। बारिश का असर कुछ इस तरह रहा कि बृहस्पतिवार दोपहर से बादल बरसने शुरू हुए तो शनिवार दोपहर तक रुक रुक कर बारिश जारी रही। इस दौरान कई स्थानों पर बिजली कड़कने की भी स्थितियां बनी। माना जा रहा है कि इस बारिश से तापमान में गिरावट हो रही है और ठंड भी जल्दी दस्तक दे सकती है। हालांकि मौसम विभाग के पूर्वानुमान पर नजर डालें तो अब बारिश का दौर थमने जा रहा है। यानी रविवार और सोमवार से मौसम खुलने लगेगा। हालांकि आसमान में बादलों की आवाजाही रहेगी, लेकिन बारिश की संभावना बेहद कम रहेगी।

धान की फसल के लिए आसमान से बरसी संजीवनी

उत्तर प्रदेश में सितंबर के महीने में बेहद कम बारिश देखने को मिली थी। लेकिन सितंबर के आखिरी सप्ताह में मानसून के यूटर्न लेने से शुरू हुई बारिश ने रही सही कसर पूरी कर दी है। किसान भी इस बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। वजह यह थी कि कई दिनों तक लगातार धूप होने से धान के खेतों में पानी सूखने लगा था। इस बारिश से तमाम किसानों को धान के खेतों में पानी भरने से राहत मिल गई है। वहीं, मानसूनी बारिश से धान के उत्पादन में भी सकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं। किसानों का मानना है कि इस बारिश से धान के पैदावार में भी अच्छी बढ़त हो सकती है। इस बार आसमान पानी नहीं धान की फसल के लिए संजीवनी बरसी है।

शनिवार को दोपहर में कुछ देर थमने के बाद शाम को फिर शुरू हुई बारिश

शुक्रवार को जहां पूरे दिन झमाझम बारिश होती रही। रात में भी तेज बिजली कड़कने के साथ बरसात जारी रही। वहीं, शनिवार दोपहर में बारिश से थोड़ी राहत मिली। लेकिन शाम होते-होते एक बार फिर बूंदाबादी शुरू हो गई। हालांकि बारिश इतनी तेज नहीं हुई कि लोगों के कामकाज ठप पड़ जाएं और आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो जाए। ऐसे में अब माना जा रहा है कि रविवार सुबह तक मौसम खुल सकता है। अगर ऐसा होता है तो बारिश से बेहाल लोगों को राहत मिल जाएगी। फिलहाल तापमान में गिरावट होने से कई घरों में कूलर और पंखे बंद होने लगे हैं। अब देखना यह होगा कि अगले दो-तीन दिनों में धूप का असर कैसा होता है। फिलहाल माना जा रहा है कि अभी एक सप्ताह तक उमस भरी गर्मी से राहत मिली रहेगी।

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