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अगले 24 से 48 घंटों में यूपी के 60 से अधिक जिलों में बारिश का अलर्ट || बेअसर होते दिख रहा नौतपा का असर || समय से पहले दस्तक दे सकता है मानसून |
Up Weather Update || Nautapa kya hota hai || Up Rain Alert || Mansoon Alert || विगत कुछ घंटों में नोएडा से लेकर दिल्ली तक हुई जोरदार बारिश से मौसम खुशनुमा हो गया है। वहीं, मौसम विज्ञानियों की ओर से यह अनुमान लगाया गया है कि अगले 24 से 48 घंटे के भीतर उत्तर प्रदेश के साठ से अधिक जिलों में बारिश हो सकती है। वहीं, पूर्वांचल के कई जिलों में रविवार सुबह से ही आसमान में बादलों की आवाजाही तेज होने से इस संभावना को बल मिलने लगा है। अगर ऐसा होता है तो इस बार नौतपा का असर बेअसर हो सकता है।
यूपी के इन जिलों में बारिश का अनुमान
गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, सीतापुर, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, लखीमपुर खीरी, हरदोई, कानपुर नगर, उन्नाव, बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर
आज से शुरू हो चुका है नौतपा
विशेषज्ञों के अनुसार इस बार नौतपा 25 मई 2025 से शुरू होकर 2 जून 2025 तक रहेगा। माना जाता है कि वर्ष के लिए यह 9 दिन सबसे गर्म दिनों में शामिल होते हैं। वहीं, शास्त्रों की मानें तो नौतपा तब लगता है। जब ज्येष्ठ मास में सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर जाता है। इस दौरान गर्मी से बचने की भरपूर कोशिश करनी चाहिए। खासकर उन लोगों को जिन्हें किसी तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्या है। उन्हें गर्मी के इस मौसम में स्वयं का विशेष ख्याल रखना चाहिए।
क्यों बढ़ जाती है नौतपा नौतपा में गर्मी
अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि नौतपा क्या होता है और क्यों नौतपा के समय गर्मी बढ़ जाती है। दरअसल आमतौर पर नौतपा मई महीने के आखिरी सप्ताह से लेकर जून महीने के पहले सप्ताह में होता है। मौसम की जानकारों की मानें तो इस समय दिन और रात में चलने वाली हवा बेहद गर्म हो जाती हैं। वातावरण में नमी बेहद कम हो जाती है, जिससे तापमान बढ़ जाता है। यह भी बताया जाता है कि इस दौरान पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी भी कुछ कम हो जाती है। इससे सूर्य की किरणें धरती पर सीधे पड़ती हैं। जिसकी वजह से गर्मी कुछ ज्यादा ही महसूस की जाती है। लेकिन अगर इस दौरान बारिश होती रही तो नौतपा का असर न के बराबर होगा।
दिन | शहर | तापमान (अधिकतम/न्यूनतम) | मौसम की स्थिति | हवा की गति | बारिश की संभावना |
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25-26 मई | लखनऊ | 38°C / 28°C | साफ, धुंध | 10-15 किमी/घंटा (ESE) | 0% |
25-26 मई | आगरा | 39°C / 29°C | आंशिक बादल, धुंध | 10-15 किमी/घंटा (ESE) | 0% |
27-29 मई | गोरखपुर | 35°C / 27°C | हल्की बारिश | 10-15 किमी/घंटा (E) | 20-30% |
30 मई-1 जून | कानपुर | 40°C / 29°C | साफ, उमस | 10-15 किमी/घंटा (NW) | 0% |
2-3 जून | वाराणसी | 38°C / 28°C | आंशिक बादल, हल्की बारिश | 10-15 किमी/घंटा (SW) | 30-40% |
नौतपा का सेहत पर क्या होता है असर
नौतपा के दौरान तापमान में वृद्धि हो जाती है। इस दौरान पारा 42 से 45 डिग्री तक या कभी कबार 47 डिग्री तक भी पहुंच जाता है। ऐसे में गर्मी अपने पूरे चरम पर होती है। जाहिर है तापमान अधिक होने पर इसका सीधा असर शरीर और शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। तेज धूप और गर्मी की वजह से पसीना खूब आता है, जिससे शरीर में नमक और पानी की कमी भी होने की संभावना बढ़ जाती है। इससे थकावट और चक्कर आने की संभावना बनी रहती है। ऐसे समय में पानी का सेवन समय समय पर करना स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है।
नौतपा में इन बातों पर जरूर दें ध्यान
- नौतपा के समय जब तापमान अपने चरम पर हो, खासकर दोपहर के समय तो घर से बाहर निकलने से बचें।
- थोड़ी थोड़ी देर पर तरल पदार्थ लेते रहें, इसमें पानी, जूस और छाछ को उत्तम माना गया है।
- घर से बाहर निकलते समय ऐसे वस्त्र पहने जिससे हवा आसानी से आरपार हो सके। इसके लिए सूती कपड़े बेहतर माने जाते हैं। बशर्ते वह हल्के रंग के हों।
- तला भुना का मसालेदार खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए। सत्तू, दही और फल जैसे हल्के खाद्य पदार्थ का सेवन बेहतर माना गया है।
- गर्मी से बचने का प्रयास करें। कूलर या एसी का प्रयोग भी कर सकते हैं।
- बहुत आवश्यक होने पर घर निकलना पड़े तो सनग्लास यानी धूपी चश्मा, टोपी या गमछा से सिर को ढंक कर रखें।
- कड़ी धूप में मेहनत वाला काम करने से बचें। इस दौरान एक्सरसाइज से भी बचने की कोशिश करनी चाहिए।
- अगर मॉर्निंग या इवनिंग वॉक पर जाते हैं तो सुबह छह बजे से पहले और शाम छह बजे के बाद का समय उपयुक्त माना गया है।
- गर्मी से संबंधित किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
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