योग क्या है? योगाभ्यास का आरंभ कैसे करें? जानें लाइफस्टाइल डिजीज से बचने में कैसे मदद करता है योग
सनातन संस्कृति का अंग है योग प्राणायाम। हमारे वेद, पुराण और उपनिषदों में योग की महिमा का खूब बखान किया गया है। वैदिक काल में हुए कई ऋषियों मुनियों ने योग के माध्यम से स्वस्थ रहने के बारे में विस्तार से बताया।
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योग क्या है? योगाभ्यास का आरंभ कैसे करें? जानें लाइफस्टाइल डिजीज से बचने में कैसे मदद करता है योग |
Benefits Of Yoga Asanas || हर एक व्यक्ति की इच्छा होती है कि वह स्वस्थ और सुखी जीवन जिए। जीवन लंबा हो और रोग से मुक्त हो तो हम हमारे प्रारब्ध में मिली हर वस्तु का उपभोग कर सकते हैं। लेकिन आज के समय में हमारे आसपास ऐसे लोग मिल जाएंगे, जिन्हें ईश्वर ने सुख के हर साधन दिए हैं। लेकिन कार्य की अधिकता, बेतरतीब लाइफस्टाइल, सोने-जागने से खाने-पीने तक के समय में व्यतिक्रम के चलते शुगर, बीपी जैसी बीमारियों ने उन्हें घेर रखा है। अब वह घर में अच्छी से अच्छी और महंगी मिठाई होने के बाद भी नहीं खा सकते हैं।
मौजूदा समय में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा, जो काम के बोझ से दबा ना हो। कार्य की अधिकता की वजह से उसकी दिनचर्या प्रभावित हो रही है। जिसका असर उसके स्वयं के स्वास्थ्य पर धीरे-धीरे दिखाई भी देने लगता है। जब बात किसी रोग के उभरने के रूप में बिगड़ती है, तब उसे इस बात का एहसास होता है कि अब उसे स्वस्थ दिनचर्या की ओर लौटना चाहिए। लेकिन इस स्थिति को टाला जा सकता है। इसके लिए हमें अपनी सनातन संस्कृति को अंगीकार करना होगा।
इसी सनातन संस्कृति का अंग है योग प्राणायाम। हमारे वेद, पुराण और उपनिषदों में योग की महिमा का खूब बखान किया गया है। वैदिक काल में हुए कई ऋषियों मुनियों ने योग के माध्यम से स्वस्थ रहने के बारे में विस्तार से बताया। महर्षि पतंजलि, महर्षि घेरण्ड ने इसे लिपिबद्ध किया जो आज के आधुनिक काल में भी योग का आधार है। मौजूदा समय के परिप्रेक्ष्य में बात करें तो योग से अधिकतम लाभ उठाने के लिए, नियमित अभ्यास, सही तकनीक और स्वस्थ जीवनशैली का पालन करना सभी के लिए महत्वपूर्ण है। योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना होगा। साथ ही किसी योग्य प्रशिक्षक से मार्गदर्शन लेकर धीरे-धीरे योग अभ्यास की ओर कदम बढ़ाना होगा। तभी हम स्वस्थ जीवन की कामना कर सकते हैं।
योगाभ्यास शुरू करने से पहले मुख्य बातों पर जरूर ध्यान दें:-
समय और स्थान का चयन
योगाभ्यास आरम्भ करने का सबसे अच्छा समय सुबह है। इस समय पेट खाली होता है। इस समय किए गए योगासनों का पूर्ण लाभ मिलता है। यदि यह संभव नहीं है, तो आप शाम को भी योगाभ्यास किया जा सकता है। लेकिन ध्यान रहे कि भोजन और योग के बीच कम से कम पांच घंटे का अंतर होना आवश्यक है। जिस स्थान का योग के लिए चयन किया जाए, वह स्थान शांत, हवादार और स्वच्छ होना चाहिए।
कपड़े ढीले ढाले हों, मैट या दरी भी जरूरी
योगाभ्यास के लिए कपड़े आरामदायक होने चाहिए। ताकि योगासन करते समय आप स्वयं को सहज महसूस कराएं। योग के लिए योगा मैट, चटाई, दरी या कंबल का उपयोग करना चाहिए। सीधे जमीन पर योगाभ्यास करने से बचना चाहिए।
योग्य प्रशिक्षक से जरूर लें सलाह
योगाभ्यास, योगासन देखने सुनने में जितने आसान लगते हैं, वास्तव में उसे करने में तमाम लोगों को कई तरह की कठिनाई का सामना करना पड़ता है। शुरू में आसान से योगासन भी कुछ लोगों से नहीं हो पाते हैं। शुरुआत में, एक अनुभवी योग शिक्षक से मार्गदर्शन लेना जरूरी होता है, ताकि आप सही तकनीक सीख सकें और चोटों से बच सकें। हां एक बात और यदि आपको कोई चिकित्सीय स्थिति है, तो योग शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
हल्की कसरत या यौगिक अभ्यास से करें शुरुआत
सीधा कठिन आसन शुरू करने से पहले हल्का स्ट्रेचिंग या कसरत करें। इसके लिए यौगिक अभ्यास एक बेहतर विकल्प है। इससे शरीर की मांसपेशियों में लचीलापन आता है और चोट लगने की संभावना कम हो जाती है। सूर्य नमस्कार एक बेहतरीन वार्म अप विकल्प है।
योगासन करते समय ज़बरदस्ती न करें
अगर आप घर पर ही योगाभ्यास आरंभ करते हैं तो धीरे-धीरे आसनों का अभ्यास करें। अपनी क्षमता के अनुसार धीरे-धीरे समय और तीव्रता बढ़ाएं। अगर कोई आसन करते समय तकलीफ होती है तो तुरंत रुक जाएं। अपने शरीर की सुनें और जबरदस्ती तो बिल्कुल भी न करें।
योगासन में श्वास का विशेष महत्व
योगाभ्यास में श्वास का बहुत महत्व है। ऐसे में जब भी योगाभ्यास, आसन या प्राणायाम करें तो सांसों की गति, सांस लेने और सांस छोड़ने की प्रक्रिया के बारे में भी जानना होगा। एक लाइन में कहें तो प्रत्येक आसन में गहरी और लयबद्ध सांस लें और छोड़ें। श्वासों की गति को नियंत्रित करके मन और शरीर को शांत किया जा सकता है।
नियमित योग से ही मिलेगा लाभ
योग अनुशासन है। ऐसा नहीं कि आज से आपने योगा शुरू किया और कल से उसका लाभ दिखाई देने लगे। इसमें थोड़ा समय लग सकता है। ऐसे में नियमित रूप से योग का अभ्यास करें। तब आप को इसका लाभ मिलेगा।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं
योग शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक प्रभाव दिखाता है। लेकिन इसके लिए योग के साथ-साथ, स्वस्थ आहार लेना भी आवश्यक है। पर्याप्त नींद लें और तनाव का प्रबंधन करें। धूम्रपान और शराब से बचें।
धैर्य रखें, बदल जाएगा आपका जीवन
योग के लाभों को महसूस करने में समय लगता है, इसलिए धैर्य रखें और अभ्यास जारी रखें। आसनों के साथ, प्राणायाम (श्वास व्यायाम) और ध्यान का अभ्यास भी करें। यह आपके शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाने में मदद करेगा। ऐसे में योग को एक आनंददायक अनुभव बनाएं और इसके लाभों का आनंद लें।
संतोष तिवारी
योग शिक्षक
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