पुलिस स्मृति दिवस || शहीद पुलिस कर्मियों को दी श्रद्धाजंलि || जानें क्यों मनाया जाता है पुलिस स्मृति दिवस

पुलिस स्मृति दिवस || शहीद पुलिस कर्मियों को दी श्रद्धाजंलि || जानें क्यों मनाया जाता है पुलिस स्मृति दिवस

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पुलिस स्मृति दिवस || शहीद पुलिस कर्मियों को दी श्रद्धाजंलि || जानें क्यों मनाया जाता है पुलिस स्मृति दिवस

Basti News || पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर पुलिस उप महानिरीक्षक बस्ती, परिक्षेत्र बस्ती, पुलिस अधीक्षक बस्ती, अपर पुलिस अधीक्षक व अन्य पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों के द्वारा रिजर्व पुलिस लाइन बस्ती में पुलिस के अमर शहीद जवानों को श्रद्धा-सुमन व पुष्प चक्र अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी गई।

शहीद पुलिसकर्मियों को कोटि-कोटि नमन

पुलिस स्मृति दिवस के पावन अवसर पर रिजर्व पुलिस लाइन, बस्ती में आयोजित भावपूर्ण समारोह में कर्तव्य पथ पर अपने प्राणों की आहुति देने वाले अमर शहीद पुलिसकर्मियों को कोटि-कोटि नमन किया गया। इस अवसर पर पुलिस उप महानिरीक्षक बस्ती, परिक्षेत्र संजीव त्यागी, पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन, अपर पुलिस अधीक्षक श्यामकांत, समस्त क्षेत्राधिकारीगण व अन्य अधिकारी/कर्मचारीगण द्वारा शहीद स्मृति स्थल पर पुष्पचक्र अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। तत्पश्चात दो मिनट का मौन रखकर अमर शहीदों की पावन स्मृति में उन्हें नमन किया गया।

शहीद पुलिसकर्मी राष्ट्र रक्षा के सच्चे सिपाही

पुलिस उप महानिरीक्षक संजीव त्यागी ने कहा कि शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। शहीद पुलिसकर्मी राष्ट्र रक्षा के सच्चे सिपाही हैं। उनका त्याग हमें और अधिक दृढ़ संकल्प के साथ कर्तव्य पालन करने की प्रेरणा देता है। हम प्रतिज्ञा करते हैं कि उनके सपनों का भारत को मजबूत बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। पुलिस बल के शहीद हमारे गौरव हैं, उनका त्याग और बलिदान सदा अमर रहेगा। वर्दी पहनने का गर्व तभी सार्थक है, जब उसमें कर्तव्य और देश प्रेम समाया हो। इस दौरान उपस्थित सभी पुलिस अधिकारी कर्मचारी गणों को पुलिस अधीक्षक द्वारा वर्ष 2024-25 (एक वर्ष) में अपने कर्तव्य पालन के दौरान शहीद हुए उत्तर प्रदेश के पुलिस के जवानों की शहादत के विषय में अवगत कराया गया।

क्यों मनाते हैं पुलिस स्मृति दिवस

21 अक्टूबर 1959 का दिन था, लद्दाख के हॉट-स्प्रिंग के पास CRPF (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) की पेट्रोलिंग पार्टी के तीन ऑफिसर्स को भारत-तिब्बत बॉर्डर पर चीनी सैनिकों ने अपनी हिरासत में ले लिया, अगले दिन जब उनकी तलाश में सीआरपीएफ की टीमें गई तो उन पर पहले से घात लगाकर बैठे चीनी सैनिकों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। सीआरपीएफ के जवानों ने भी उस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया, लेकिन उस अचानक हुए हमले में सीआरपीएफ के 10 जवान शहीद हो गए तथा सात अन्य जवान घायल हो गए, उसी दिन से उन 10 वीर सीआरपीएफ जवानों की शहादत को याद करते हुए प्रत्येक वर्ष संपूर्ण भारतवर्ष में 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है । जनवरी 1960 में भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस महानिरीक्षकों की वार्षिक बैठक में लिए गए निर्णय के बाद से प्रत्येक वर्ष ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवाने वाले और लद्दाख में शहीद हुए वीर पुलिसकर्मियों के बलिदान के सम्मान में हर वर्ष 21 अक्टूबर को (पुलिस स्मृति दिवस)  मनाया जाता है।

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