उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष (राज्यमंत्री स्तर) ने बस्ती जिले के दौरे पर यह निर्देश दिया...
बस्ती। उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ. देवेंद्र शर्मा ने 25 अगस्त 2023 को बस्ती जिले के दौरे में बेसिक शिक्षा विभाग को निर्देश दिया कि प्राथमिक विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति बढ़ाने के हर पंद्रह दिन में पैरेंट्स-टीचर मीटिंग की जाए। अध्यक्ष ने दौरे के दौरान जिला अस्पताल, सखी वन स्टाप सेंटर, प्राथमिक विद्यालय भुअर निरंजनपुर, जिला कारागार, बाल संप्रेक्षण गृह पचपेड़िया तथा कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय बहादुरपुर का निरीक्षण किया।
मरीजों से की वार्ता, सीएमओ को दिया निर्देश
जिला अस्पताल के निरीक्षण में अध्यक्ष ने एनआरसी, जनरल, पीआईसी वार्ड को देखा व मरीजो से वार्ता की। उन्होंने मरीजों के परिजनों से दी जा रही सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली तथा सीएमओ को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। एनआरसी में कुल सात बच्चे भर्ती पाए गए। उन्होंने प्रोबेशन अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि एनजीओ के माध्यम से बच्चों के लिए खिलौने आदि की व्यवस्था कराएं। कहा कि सभी वार्डों में अच्छी तरह से साफ-सफाई रखें।
अच्छा व्यवहार और बेहतर इलाज हो
अध्यक्ष ने सखी वन स्टाप सेंटर में उपस्थिति पंजिका को देखी। वहां पर उपस्थित काउंसलरों से वार्ता की। इस संबंध में उन्होंने कहा कि यहां आने वाले मरीजों से अच्छा व्यवहार व बेहतर इलाज की सुविधा हो।प्राथमिक विद्यालय के निरीक्षण में बच्चों के पढाई की क्षमता को जाना। इस दौरान उन्होने कई बच्चों से कविता, पहाड़ा पढ़वाकर सुना व बच्चों ने संतोषजनक उत्तर दिया। बच्चों की उपस्थिति पूरी सुनिश्चित हो, इसके लिए बीएसए को निर्देश दिया है कि बच्चों के अभिभावक को बुलाकर हर 15 दिन में मीटिंग की जाए व प्रेरित किया जाए कि बच्चों को स्कूल अवश्य भेंजे, जिससे बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सकें।
मॉडल के रूप में विकसित हों स्कूल
उत्तर प्रदेश राज्य बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने यह भी कहा कि विद्यालय को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जाए। बच्चों के खेलने के लिए कैरम, फुटबाल व हॉकी के लिए पांच हजार रुपये स्पांसर योजनान्तर्गत देने के लिए संबंधित को निर्देशित किया है। इस अवसर पर उन्होंने दो गर्भवती माताओं की गोदभराई तथा दो बच्चों का अन्नप्राशन किया।
महिला कैदियों व उनके बच्चों का जाना हाल
जेल निरीक्षण के दौरान महिला कैदियों से वार्ता करके उनका हाल जाना। उन्होंने संबंधित को निर्देशित किया कि पति-पत्नी दोनों को सजा हुई है, तो उनके बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सम्मान सेवा योजना के तहत ढाई हजार रुपये दिया जाएगा। इस अवसर पर जेलर जयशंकर यादव उपस्थित रहे। उन्होंने बाल संप्रेक्षण गृह में बच्चों से उनका हालचाल जाना और संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
कस्तूरबा भी पहुंचे आयोग के अध्यक्ष
कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय के निरीक्षण में उन्होंने छात्राओं से उनके लक्ष्य के बारे में पूछा और कहा कि हमें अपने लक्ष्य के प्रप्ति के लिए दृढ़ संकल्प, कठिन परिश्रम, कठोर तपश्या करनी पड़ती है। जैसे एक चींटी दीवाल पर चढ़ती है और गिरती है, फिर चढ़ती है। इसी प्रकार हमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कठिन परिश्रम करना चाहिए।
चंद्रयान-3 के बारे में भी पूछा सवाल
उन्होंने कक्षा 6 से 8 तक के छात्राओं से चंद्रयान के बारे में पूछा, जिस पर छात्र-छात्राओं द्वारा संतोषजनक व बेहतर जवाब दिया गया। बच्चों ने कहा कि यह हमारे देश के लिए गौरव की बात है। उन्होने छात्राओं के खेलने के लिए चार बैडमिंटन, दो रस्सी उपलब्ध कराने के लिए बीएसओ को निर्देशित किया है। निरीक्षण के दौरान जिला अध्यक्ष महेश शुक्ल, बीएसए अनूप तिवारी, डीपीओ सावित्री देवी, प्रोबेशन अधिकारी अनुपम यादव, सीडीपीओ बलराम सिंह उपस्थित रहे।
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