उत्तर प्रदेश के बस्ती जनपद के थाना सोनहा पुलिस, स्वाट टीम, एसओजी टीम व सर्विलांस टीम ने दीपक चौरसिया हत्याकांड का 24 घंटे के भीतर पर्दाफाश कर दिया।
बस्ती (यूपी)। उत्तर प्रदेश के बस्ती जनपद के सोनहा थाना क्षेत्र के कंथूई ग्राम में हुई दीपक चौरसिया की हत्या का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर पर्दाफाश कर दिया। दीपक की हत्या का आरोप उसके सगे चाचा-चाची पर लगा है। दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में चाची ने बताया कि दीपक और उसकी मां ने कुछ समय पहले उसके चरित्र पर उंगली उठाकर उसे बदनाम किया था। जिसका बदला लेने के लिए उसे मौत के घाट उतार दिया।
सल्टौवा तिराहे से हुई आरोपित चाचा-चाची की गिरफ्तारी
अपर पुलिस अधीक्षक दीपेंद्र नाथ चौधरी ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पत्रकारों के सामने घटना का पर्दाफाश करते हुए सिलसिलेवार जानकारी दी। बताया कि दीपक की हत्या की मोड्स ऑपरेंडी से उसी समय शक गहरा हो गया था कि इस हत्याकांड में अंदर के ही लोगों का हाथ है। क्योंकि सीसीटीवी फुटेज में बाहर के किसी शख्स की आवाजाही घटना के समय नहीं दिख रही थी। ऐसे में दीपक के चाचा उमाशंकर चौरसिया उर्फ बबलू व चाची लालमती पत्नी उमाशंकर चौरसिया पर शक पुख्ता होने लगा। जिसके बाद दोनों को सल्टौवा तिराहे से गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ की गई। जिसमें दोनों ने हत्या की वजह और कैसे हत्या की दोनों के बारे पुलिस के सामने सबकुछ उगल दिया। दोनों पर हत्या व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
मां-बेटे ने लालमती के चरित्र पर उठाई थी उंगली
हत्यारोपित लालमती ने पुलिस को बताया कि कुछ दिन पूर्व आपसी रंजिश की वजह से दीपक व उसकी मां किरन देवी ने उस पर चारित्रिक आरोप लगाया था। जिससे वह काफी आहत हो गई थी। बदनामी भी हो रही थी। उसी दिन ठान लिया कि अब दीपक को जिंदा नहीं छोड़ूंगी। यह बात अपने पति को बताई। उसने भी सहमति जताई।
दीपक के कमरे का खुला था दरवाजा
दीपक के पिता रामशंकर व उमाशंकर सगे भाई हैं। एक ही घर में बंटवारा कर अलग रहते हैं। मृतक दीपक हमेशा दरवाजा खोलकर सोता था। दरवाजे पर उसकी दादी (75) सोती थीं, जिन्हें कम सुनाई व दिखाई नहीं देता था। 24 सितंबर 2023 की रात दो बजे मौका पाकर बरामदे से होकर मृतक के कमरे में घुस गए तथा घर में पहले से रखे पुरानी बुलेट की स्टील रॉड से दीपक के सिर पर जोरदार वार कर दिया जिससे उसकी मृत्यु हो गई। बताया कि बाहर सीसीटीवी लगा था, जिससे बचते हुए दीपक के कमरे में दाखिल हुए थे। दीपक के सिर से खून का फव्वारा छूटने लगा तो वहां से भाग गए। रॉड को अपने घर के अंदर के कमरे में लोहे के बड़े बक्से के पीछे छुपा कर रख दिया।
दीपक हत्याकांड का पर्दाफाश करने वाली टीम
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