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कड़ी धूप में AC वाली feeling देगा Sattu || लू से बचाव में रामबाण है सत्तू नुस्खा || जानें सत्तू खाने के क्या हैं Benefits

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Benefits of Sattu In Hindi Sattu Benefits || गर्मी अपने चरम पर है। तापमान हर दिन नया रिकॉर्ड बना रहा है। ऐसे में घर से निकलना मुश्किल हो गया है। मगर कामकाज पर तो जाना ही है। घर में बैठकर जीवन का गुजारा तो होने वाला नहीं है। ऐसे में अगर कुछ ऐसा जुगाड़ हाथ लग जाए कि धूप में निकले लेकिन शीतलता का अहसास हो और लू लगने का भय भी न रहे तो क्या कहना। जी हां, आज हम ऐसे ही देसी चीज की बात करेंगे। जिसका नाम है सत्तू, ग्रामीण क्षेत्रों में इसे सतुआ भी कहते हैं। सबसे अच्छा सत्तू किसका होता ह? जवाब है चना व जौ का। इसमें चने का सत्तू स्वाद और सेहत दोनों के लिए best होता है। सत्तू कब खाना चाहिए? सत्तू कब नहीं खाना चाहिए? सुबह सुबह खाली पेट सत्तू पीने से क्या होता है? सत्तू खाने से क्या क्या फायदे होते हैं? एक दिन में कितना सत्तू खा सकते हैं? इन सवालों का जवाब भी आपको इस लेख में मिल जाएगा।

गर्मी में सत्तू खाने के फायदे क्या हैं? 

Benefits of drinking Or Eating sattu Or Sattu Sharbat: चने का सत्तू बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश समेत भारत के कई राज्यों में पसंद किया जाता है। इसे सुपरफूड की श्रेणी में भी रखा गया है। सत्तू तैयार करने का तरीका बेहद ही आसान है। आप चाहें तो इसे घर में भी तैयार कर सकते हैं। या फिर बाजार से खरीद सकते हैं। लेकिन, बाजार से खरीदे गए सत्तू की गुणवत्ता पर बहुत भरोसा नहीं किया जा सकता है। ऐसे में घर में सत्तू बना सकते हैं। इसके लिए चने को भून लीजिए। भूनने के बाद उसे पीस लीजिए। पीसने के बाद उसे छलनी से चाल लीजिए। बस सत्तू बनकर तैयार हो गया। 

पोषक तत्वों से भरपूर होता है चने का सत्तू

चने के सत्तू में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके साथ ही आयरन, कैल्शियम, मैगनीज और मैग्नीशियम जैसे जरूरी पोषक तत्व भी सत्तू में होते हैं। इसीलिए इसे सम्पूर्ण आहार की कैटेगरी में भी रखा जाता है। यही नहीं सत्तू की तासीर यानी प्रकृति शीतल होती है। इसीलिए गर्मी में इसका सेवन बेहद लाभकारी माना गया है। तमाम जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर सत्तू का शरबत (Sattu Sharbat) पीने से तो गर्मियों (Summer) में लू लगने की गुंजाइश भी काफी हद तक कम हो जाती है। क्योंकि सत्तू शरीर को शीतलता प्रदान करता है। पाचन को दुरुस्त करने की ताकत रखता है। यूपी और बिहार बेहद लोकप्रिय ड्रिंक (summer drink) सदियों से लोगों के बीच बड़ी पसंद बना हुआ है। 

सत्तू खाने के फायदे, सत्तू शरबत के फायदे (Benefits of Sattu Sharbat) 

फाइबर युक्त होने की वजह से कब्ज में भी राहत देता है। यह मल को ढीला करता है। सत्तू का नियमित रूप से सेवन करने से हाजमा दुरुस्त होता है। एसिडिटी और गैस में भी राहत मिलती है। सत्तू में डिटॉक्सिफाइंग एजेंट भी होता है, जो आंतों से विषाक्त पदार्थ को हटाता है। शरीर को ऊर्जा या Energy भी देता है। सत्तू पूरे दिन शरीर को ठंडा रखता है। शरीर में पानी की मात्रा को सही स्तर बनाए रखने यानी हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है। अगर आप प्रत्येक दिन एक गिलास सत्तू शरबत पीकर घर से बाहर निकलते हैं तो गर्मी में यह शीतलता का अहसास कराता है। सत्तू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम रहता है। इसलिए इसे डायबिटीज के मरीजों के लिए भी सुरक्षित माना जाता है। 

कैसे बनाएं सत्तू का शरबत, क्या चाहिए सामग्री

सत्तू को बर्तन में रख लें। उसमें थोड़ा पानी मिलाएं। बढ़िया पेस्ट बनाकर उसमें स्वाद अनुसार नमक व काला नमक मिलाएं। टेस्ट के लिए जीरे का पाउडर भी डाल सकते हैं। अब एक गिलास पानी डालकर पीने लायक शरबत तैयार कर लें। अगर आप चाहें तो इसमें में बारीक कटा प्याज, हरी मिर्च और नींबू का रस भी मिला सकते हैं। अब आपको सत्तू पीने के फायदे और नुकसान, सत्तू के नुकसान, खाली पेट सत्तू पीने के फायदे, सत्तू किस दिन नहीं खाना चाहिए, सत्तू खाने का तरीका, खाली पेट सत्तू पीने के नुकसान। जैसे सवालों के जवाब भी मिल गए होंगे।

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