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यूपी में बन रही नई रेलवे लाइन || इन दो स्टेशनों के बीच घट जाएगी 42 किलोमीटर की दूरी || भारत-नेपाल सीमा के इस जिले में और तेजी से घूमेगा विकास का पहिया |
Uttar Pradesh News || देश में इन दिनों रेलवे लाइन का विस्तार वृहद स्तर पर किया जा रहा है। वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Express), अमृत भारत एक्सप्रेस (Amrit Bharat Express) जैसी ट्रेनों ने भारतीय रेलवे (Indian Railway) की तस्वीर बदलकर रख दी है। देश में हो रहे विकास कार्यों (Development Work) की झलक रेलवे में बहुत ही साफ दिखती है। इसी कड़ी में पूर्वांचल (Purvanchal) के एक स्टेशन को जंक्शन का दर्जा मिलने जा रहा है। यह दर्जा उसे 52.70 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन के चलते मिलने वाला है। इस रेलवे लाइन का निर्माण कार्य शुरू होने वाला है। जमीन अधिग्रहण के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है। जिन काश्तकारों की जमीन का अधिग्रहण किया जाना है, उनसे आपत्तियां मांगी गई हैं। बताया जा रहा है कि बहुत जल्द ही रेलवे लाइन के अधिग्रहण के लिए रेलवे की ओर से अंतिम अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। यह रेलवे लाइन उत्तर प्रदेश के 53 गांव से गुजरेगी।
52.70 किलोमीटर होगी रेलवे लाइन की लंबाई
उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले (Mahrajganj District) में आनंदनगर-घुघली (Aanandnagar-Ghughli) वाया महाराजगंज रेलवे लाइन के लिए भारतीय रेलवे की ओर से 194 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। आनंदनगर घुघली वाया महाराजगंज रेलवे लाइन की जद में 20 गांव की 71.5 हेक्टेयर जमीन आ रही है। इसी जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। बता दें कि, उत्तर प्रदेश में इस परियोजना का निर्माण पीएम गति शक्ति परियोजना के माध्यम से किया जा रहा है। जिसे रेलवे मंत्रालय (Railway Ministry) की ओर से मंजूरी दे दी गई है। इस रेलवे लाइन की लंबाई 52.70 किलोमीटर बताई जा रही है। वहीं, इस रेलवे लाइन के निर्माण के लिए 958.27 करोड रुपए मंजूर किए गए हैं।
पहले दिन से ही दौड़ेंगी इलेक्ट्रिक ट्रेन
नई आनंदनगर घुघली रेलवे लाइन का निर्माण नए मानकों के तहत किया जा रहा है। इस रेलवे लाइन पर इलेक्ट्रिक ट्रेनें दौड़ेंगी। यानी कि इस रेलवे लाइन की शुरुआत ही विद्युतीकरण के साथ होगी। रेलवे की ओर से बताया गया है कि इस रेलवे लाइन पर कुल 7 रेलवे स्टेशन होंगे। आनंदनगर, महाराजगंज और घुघली क्रॉसिंग स्टेशन इसमें शामिल होंगे। वहीं, पकड़ी नौनिया, शिकारपुर, पिपरा मुंडेरी और परसिया बुजुर्ग में हाल्ट स्टेशन बनाए जाएंगे। इस रेलवे लाइन की लंबाई 52.7 किलोमीटर बताई जा रही है। इस रेलवे लाइन के निर्माण पर 958.27 करोड रुपए खर्च किए जाने हैं। नई रेलवे लाइन आनंदनगर से घुघली रेलवे स्टेशन तक जाएगी। बता दें कि आनंदनगर रेलवे स्टेशन एक जंक्शन है। इस रेलवे लाइन के बाद घुघली रेलवे स्टेशन भी जंक्शन (Ghughli Railway Junction) के रूप में तब्दील हो जाएगा।
42 किलोमीटर तक कम हो जाएगी पनियहवा से गोंडा तक की दूरी
आनंदनगर घुघली वाया महाराजगंज रेलवे लाइन के निर्माण हो जाने से पनियहवा से गोंडा तक की दूरी 42 किलोमीटर तक कम हो जाएगी। बता दें कि मौजूदा समय में गोंडा से पनियहवा वाया आनंदनगर, गोरखपुर, गोरखपुर कैंट तक की दूरी करीब 307 किलोमीटर है। मगर नई रेलवे लाइन के निर्माण होने से यह दूरी घटकर 265 किलोमीटर रह जाएगी। बताया जा रहा है कि इस रेलवे लाइन के निर्माण से गोरखपुर जंक्शन पर यात्रियों का दबाव कम होगा। वहीं, उत्तर भारत की ओर से आने व जाने वाली तमाम ट्रेनों को पूर्वोत्तर राज्यों (North Eastern States) तक के सफर के लिए एक और वैकल्पिक मार्ग भी मिल जाएगा। इस रेलवे लाइन पर 14 छोटे पुल और 9 बड़े पुल भी बनाए जाएंगे।
तेजी से घूमेगा महराजगंज में विकास का पहिया
आनंदनगर घुघली वाया महाराजगंज रेलवे लाइन भारत नेपाल सीमा पर स्थित महाराजगंज जिले का हिस्सा होगा। बता दें कि यह जिला कृषि बाहुल्य क्षेत्र का है। नई रेलवे लाइन के निर्माण से यहां कनेक्टिविटी (Rail Connectivity) बेहतर हो जाएगी। व्यापार सुगम हो जाएगा। आपको जानकर हैरत होगी की आजादी के साथ दशक बीत जाने के बाद भी महाराजगंज जिला मुख्यालय रेलवे से नहीं जुड़ा है। हालांकि, इसकी सीमा से दो रेलवे लाइन गुजरती हैं। ऐसे में आनंदनगर, महाराजगंज रेलवे लाइन की मांग बहुत दिनों से चल रही थी। बता दें कि इस रेलवे लाइन के निर्माण कार्य में होने वाले सिविल कार्य के लिए 875.30 करोड रुपये, सिगनल व टेलीकॉम सेवाओं के लिए 18.17 करोड रुपये और इलेक्ट्रिक सेवाओं के लिए 64.26 करोड रुपये की मंजूरी मिल चुकी है।
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