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Basti News || ऑनलाइन हाजिरी के निर्णय को वापस लेने की मांग || शिक्षकों ने कहा यह निजता के अधिकार का हनन |
Basti News || उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में शिक्षकों ने ऑनलाइन उपस्थिति के निर्णय को उत्तर प्रदेश सरकार से वापस लेने की मांग की है। इसके पीछे शिक्षकों ने बड़ी दिलचस्प वजह बताई है। शिक्षकों का कहना है कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के अनुसार माना गया है कि किसी भी व्यक्ति का डिजिटल ऑनलाइन फोटो प्रयोग किया जाना या डिजिटल फेस छायांकन करना, उस व्यक्ति के निजता का अधिकार के हनन के दायरे में आता है। ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार को चाहिए कि उत्तर प्रदेश के सभी स्कूलों में ऑनलाइन उपस्थिति के निर्णय को तत्काल प्रभाव से वापस ले।
बीडीओ को शिक्षकों ने सौंपा ज्ञापन
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ बनकटी के अध्यक्ष और संघ के जिला कोषाध्यक्ष अभय सिंह यादव के नेतृत्व में संघ के पदाधिकारी बुधवार को खंड शिक्षा अधिकारी बनकटी भवानी प्रसाद शुक्ल के पास पहुंचे। उन्हें ज्ञापन सौंपते हुए मांग किया कि परिषदीय स्कूलों के शिक्षक शिक्षिकाओं से उपस्थिति पंजिका का डिजिटाइजेशन और डिजिटल फेश छायांकन उपस्थिति दर्ज करने का आदेश वापस लिया जाए। संघ की ओर से ज्ञापन की प्रति मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक, प्रमुख सचिव महानिदेशक स्कूल शिक्षा, सचिव बेसिक शिक्षा, शिक्षा निदेशक बेसिक को भी भेजी गई है।
कहा, इससे शिक्षकों में है व्याप्त है रोष
शिक्षक संघ के पदाधिकारी की ओर से कहा गया कि सरकार की ओर से परिषदीय स्कूलों के शिक्षक शिक्षिकाओं से पंजिकाओं का डिजिटल उपस्थित करने का निर्देश दिया गया है जबकि प्रदेश के तमाम विभागों में बायोमेट्रिक प्रणाली लागू की गई है या लागू की जा रही है। ऐसे में बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से परिषदीय स्कूलों में कार्यरत शिक्षक, शिक्षिकाओं के साथ दोहरा मापदंड अपनाया जा रहा है। ऐसे में पंजिकाओं का डिजिटलीकरण किया जाना न्याय संगत नहीं है। इस दोहरे मापदंड से शिक्षक व शिक्षिकाओं, शिक्षामित्र, अनुदेशकों में रोष व्याप्त है। इसे तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाना चाहिए।
क्यों शिक्षकों ने बताया इसे निजता का हनन
शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल की ओर से ऑनलाइन उपस्थिति को निजता के अधिकार का हनन बताया गया। संघ के जिला कोषाध्यक्ष अभय सिंह यादव ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय अनुसार यह माना गया है कि किसी भी व्यक्ति का डिजिटल ऑनलाइन फोटो प्रयोग करना, डिजिटल फेस छायांकन करना उस व्यक्ति के निजता के अधिकार का हनन है। ऐसे में परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक शिक्षिकाओं से पंजिकाओं का डिजिटाइजेशन व डिजिटल फेस छायांकन किया जाना कतई उचित नहीं है। इसे तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाना चाहिए। संघ के मंत्री चंद्रशेखर वर्मा ने कहा कि विद्यालय में स्थानीय समस्याओं का समाधान करने के लिए भी खंड विकास अधिकारी से मांग की गई है, जिसमें कायाकल्प के तहत विद्यालयों में टाइलीकरण, साफ-सफाई, विद्यालयों में खराब पड़े हैंड पंप को ठीक करने की भी मांग की गई है।
यह लोग रहे मौजूद
खंड शिक्षा अधिकारी बनकटी को ज्ञापन देने के दौरान पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष दुर्गेश राव, संरक्षक रामचंद्र शुक्ल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष मारूफ खान, उपाध्यक्ष नवीन कुमार चौधरी, मंजेश राजभर, जय प्रकाश शुक्ला, दीपक चौरसिया, रवि प्रताप सिंह, मोहम्मद गुफरान, कार्यवाहक अध्यक्ष मोहम्मद इकबाल, मोहम्मद कामरान, अजीत जायसवाल, मुकेश चौधरी, अभिषेक यादव, विपिन तिवारी, विक्रांत दुबे, राघवेंद्र उपाध्याय, आदित्यनाथ तिवारी, दान बहादुर यादव, राजकुमार दुबे, कोषाध्यक्ष रामरेखा चौधरी, हेमंत कुमार, दिग्विजय नाथ यादव आदि मौजूद रहे।
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