![]() |
घंटों ईयरफोन लगाने वालों के लिए बड़ी खबर || स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी || जानें आप पर क्या पड़ेगा असर |
Disadvantages of wearing earphones || अगर आप घंटों ईयरफोन का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। दरअसल, ईयरफोन या हेडफोन का लंबे समय तक इस्तेमाल करने से लोगों में कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं आ रही हैं। इससे सरकारी विभागों के कर्मचारी भी अछूते नहीं हैं। वहीं, बच्चों में भी ईयरफोन के बढ़ते इस्तेमाल की वजह से उनमें बहरेपन और मानसिक समस्या के मामले भी सामने आ रहे हैं। इसमें ईयरफोन, ब्लूटूथ, हेडफोन की वजह से सुनने की क्षमता में कमी आती है। ऐसे में आपको जानना चाहिए कि हेडफोन कितना इस्तेमाल करना चाहिए? हेडफोन का साइड इफेक्ट क्या है? क्या ईयरफोन कानों के लिए खराब है? कौन सा ईयरफोन हानिकारक नहीं है?
इस्तेमाल के घंटों को किया जाए सीमित
विशेषज्ञ लंबे समय से इस बात को लेकर चेताते रहे हैं कि ईयरफोन का अधिक इस्तेमाल करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। लेकिन, अब सरकार ने भी इस दिशा में पहल की है। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा की ओर से उत्तर प्रदेश के सभी मंडलों के कमिश्नर और जिलों के डीएम को एक पत्र भेजा गया है। इस पत्र में ईयरफोन और हेडफोन का इस्तेमाल करने वालों को जागरूक करने और इस्तेमाल के घंटों को सीमित करने की बात कही गई है।
एक बार गई सुनने की शक्ति तो फिर नहीं आती वापस!
स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि 50 डेसिबल वॉल्यूम सहित ईयर फोन का इस्तेमाल तो किया जा सकता है। लेकिन हर दिन 2 घंटे से अधिक ईयरफोन के इस्तेमाल पर रोक लगाई जानी चाहिए। इतना ही नहीं उनका कहना है कि बच्चों को ऑनलाइन गेम और तेज आवाज में हेडफोन या ईयरफोन लगाकर म्यूजिक सुनने से भी रोका जाना चाहिए। कहा गया है कि और आपको यह जानकर हैरत भी होगी कि एक बार सुनने की क्षमता अगर चली गई, तो दोबारा श्रवण शक्ति वापस नहीं आ पाती है। ऐसे में ईयरफोन के इस्तेमाल को लेकर आपको खुद भी सतर्क हो जाना चाहिए और बच्चों को भी ईयरफोन और हेडफोन के इस्तेमाल से बचाने की कोशिश करनी चाहिए।
मानसिक सेहत पर पड़ता है विपरीत असर
विशेषज्ञों का मानना है कि ज्यादा तेज आवाज में ईयरफोन लगाकर म्यूजिक सुनना या फिल्म देखना मानसिक सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। इससे कानों को नुकसान पहुंच सकता है। सुनने की क्षमता कम हो सकती है। ज्यादा इस्तेमाल हर तरफ से नुकसानदेह ही साबित हो सकता है। यह भी कहा जाता है कि दिन में कई-कई घंटे हेडफोन लगाने से कान के अंदर रक्त का प्रवाह भी प्रभावित होता है। जिससे कान को तो नुकसान होता ही है। वहीं, तेज आवाज में म्यूजिक सुनने से कान के पर्दों पर भी नकारात्मक असर पड़ता है और धीरे-धीरे कर सुनने की क्षमता कम होने लगती है।
0 Comments