![]() |
Gorakhpur Railway Station || वर्ल्ड क्लास होने जा रहे गोरखपुर रेलवे स्टेशन का लुक || जानें गोरखपुर रेलवे स्टेशन की 10 खास बातें |
Gorakhpur Railway Station || उत्तर प्रदेश विकास के नित्य नए कार्य हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश को लेकर अब लोगों का नजरिया भी बदल चुका है। एक्सप्रेस वे से लेकर चौड़ी सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। वहीं, गोरखपुर रेलवे स्टेशन का भी कायाकल्प शुरू हो गया। गोरखपुर रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाया जा रहा है। इसके लिए गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर निर्माण कार्य शुरू भी हो गया है। यहां आपको बता दें कि गोरखपुर रेलवे स्टेशन दुनिया के सबसे बड़े रेलवे स्टेशन में शामिल। यहां विश्व का सबसे लंबा प्लेटफॉर्म गोरखपुर रेलवे स्टेशन के गौरवशाली इतिहास को दुनिया भर में पहचान दे रहा है।
पीएम मोदी ने रखी थी पुनर्निर्माण की आधारशिला
गोरखपुर रेलवे स्टेशन से हर रोज करीब पौने दो सौ ट्रेनें चलती है। पूर्वांचल के तमाम जिलों के लोग यहां से ट्रेन पकड़ते हैं। देश के सभी प्रमुख शहरों के लिए यहां से ट्रेन मिलती है। अब इस रेलवे स्टेशन पर करीब 500 करोड़ रुपये से काम कराए जाने हैं। आने वाले 50 साल को ध्यान में रखकर स्टेशन को डिजाइन किया गया है। स्टेशन पर मॉल और होटल भी बनेंगे। सभी कार्यालय स्टेशन के फर्स्ट फ्लोर पर शिफ्ट किए जाएंगे। शेल्टर होम को पहले ही रिजर्वेशन काउंटर के पास शिफ्ट कर दिया गया है। यह सभी काम अमृत भारत योजना के तहत होने जा रहा है। नया फुट ओवरब्रिज भी बनेगा। जो मौजूदा ओवरब्रिज से 12 मीटर पश्चिम की ओर होगा।
गोरखपुर रेलवे स्टेशन से जुड़ी खास बातें
- गोरखपुर में दुनिया का दूसरा सबसे लंबा प्लेटफॉर्म है।
- साल 1860 के दशक में गोरखपुर रेलवे स्टेशन में लाइन बिछी थी। 1890 में स्टेशन शुरू हुआ।
- गोरखपुर रेलवे स्टेशन भारतीय रेल के टॉप 100 बुकिंग स्टेशनों में शुमार है।
- उत्तर प्रदेश के गोरखपुर रेलवे पर 10 संख्या तक प्लेटफार्म हैं।
- गोरखपुर रेलवे स्टेशन से हर दिन 189 रुकती और चलती हैं।
- वाराणसी के गोरखपुर से 13 ट्रेनें चलती हैं। प्रयागराज के लिए 8 ट्रेन चलती है।
- उत्तराखंड के विश्वप्रसिद्ध तीर्थ हरिद्वार को 11 ट्रेनें जोड़ती हैं।
- माता वैष्णो देवी के लिए एक ट्रेन चलती है। वहीं अजमेर के लिए 4, शिरडी के लिए 3 ट्रेन यहां से चलती हैं।
- कान्हा की नगरी मथुरा और अमृतसर के लिए 9 ट्रेन यहां से चलती है।
- गोरखपुर स्टेशन पर रेलवे संग्रहालय भी है। जहां रेलवे के इतिहास और विरासत को देखा जा सकता है।
0 Comments