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Diwali 2023: दिवाली पर ग्रीन आतिशबाजी से पर्यावरण को रखें सुरक्षित

आतिशबाजी से पर्यावरण को काफी नुकसान होता है। यह वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण और जल प्रदूषण का कारण बनती है...

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बस्ती (यूपी)। दिवाली भारत का सबसे बड़ा त्योहार है, जिसे पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। इस त्योहार पर लोग आतिशबाजी (fireworks) का आनंद लेते हैं, जो एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हालांकि, आतिशबाजी से पर्यावरण को काफी नुकसान होता है। यह वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण और जल प्रदूषण का कारण बनती है। ऐसे में ग्रीन आतिशबाजी पर्यावरण के लिए हर तरह से सुरक्षित मानी जाती है। आइए जानते हैं सामान्य आतिशबाजी (fireworks) के नुकसान और ग्रीन आतिशबाजी के फायदे (benefits of green fireworks)...

वायु प्रदूषण (Air pollution) 

आतिशबाजी से निकलने वाले धुएं में सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड और अन्य हानिकारक पदार्थ होते हैं। ये पदार्थ वायु प्रदूषण का कारण बनते हैं, जिससे सांस लेने में समस्या, आंखों में जलन और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। benefits of green fireworks

ध्वनि प्रदूषण ( sound pollution) 

आतिशबाजी से निकलने वाली तेज आवाज ध्वनि प्रदूषण का कारण बनती है। यह लोगों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती है। खासकर, बच्चों और बुजुर्गों को इससे अधिक नुकसान होता है। benefits of green fireworks

जल प्रदूषण ( water pollution) 

आतिशबाजी के अवशेषों को अक्सर नदियों और तालाबों में फेंक दिया जाता है। ये अवशेष जल प्रदूषण का कारण बनते हैं, जिससे जलीय जीवों को नुकसान होता है। benefits of green fireworks

दिवाली पर ग्रीन आतिशबाजी का उपयोग क्यों करें? (Why Use Green Fireworks on Diwali?)

  • ग्रीन आतिशबाजी से पर्यावरण को होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है।
  • यह लोगों के स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित है।
  • यह वायु, ध्वनि और जल प्रदूषण को कम करने में मदद करती है। benefits of green fireworks

दिवाली पर ग्रीन आतिशबाजी का उपयोग करने के तरीके (Ways to Use Green Fireworks on Diwali) 

  • ग्रीन आतिशबाजी खरीदने से पहले, सुनिश्चित करें कि यह प्रमाणित है।
  • ग्रीन आतिशबाजी को केवल नियत स्थान पर उपयोग करें।
  • ग्रीन आतिशबाजी का उपयोग करते समय, सुरक्षा सावधानियां बरतें।

क्या होती है ग्रीन आतिशबाजी (what are green fireworks) 

ग्रीन आतिशबाजी पारंपरिक आतिशबाजी की तुलना में पर्यावरण के लिए कम हानिकारक होती है। इनमें सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड और अन्य हानिकारक पदार्थों की मात्रा कम होती है। इसके अलावा, इनमें कम शोर होता है और ये जल प्रदूषण का कारण नहीं बनती हैं। benefits of green fireworks

ग्रीन आतिशबाजी में निम्नलिखित परिवर्तन किए जाते हैं (The following changes are made to Green Fireworks) 

धुएं में कम सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड: ग्रीन आतिशबाजी में सल्फर और नाइट्रोजन के कम मात्रा में यौगिकों का उपयोग किया जाता है। इससे धुएं में इन हानिकारक पदार्थों की मात्रा कम होती है।

कम शोर: ग्रीन आतिशबाजी में कम आवाज पैदा करने वाले पदार्थों का उपयोग किया जाता है।

जल प्रदूषण नहीं: ग्रीन आतिशबाजी के अवशेष अक्सर पानी में घुलनशील होते हैं। इससे जल प्रदूषण नहीं होता है।

ग्रीन आतिशबाजी का उपयोग दिवाली जैसे त्योहारों पर किया जा सकता है। इससे पर्यावरण को होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है।

जलीय जीवों के लिए सुरक्षित: ग्रीन आतिशबाजी के अवशेष अक्सर पानी में घुलनशील होते हैं। इससे जलीय जीवों को कोई नुकसान नहीं होता है।

ग्रीन आतिशबाजी एक महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी है, जो पर्यावरण के अनुकूल आतिशबाजी को बनाने में मदद करती है। benefits of green fireworks

निष्कर्ष (conclusion)

दिवाली पर ग्रीन आतिशबाजी का उपयोग करके, हम पर्यावरण को सुरक्षित रख सकते हैं और अपने त्योहार को और भी अधिक सुंदर बना सकते हैं। benefits of green fireworks

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