Comments

6/recent/ticker-posts

UP News: चुनौतियों का सामना करने वाला व्यक्ति इतिहास रचता है: राज्य सूचना आयुक्त

उत्तर प्रदेश के बस्ती जनपद के प्रेस क्लब के सभागार में पूर्वांचल के वरिष्ठ पत्रकार अनिल कुमार श्रीवास्तव की तृतीय पुण्यतिथि मनाई गई।

press-club

बस्ती (यूपी)। राज्य सूचना आयुक्त नरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने सोमवार को कहा है कि चुनौतियों का सामना करने वाला व्यक्ति इतिहास रचता है। बिना चुनौती के काई भी व्यक्ति प्रगति के रास्ते पर आगे नहीं बढ़ सकता है। हर क्षेत्र मे चुनौतियां हैं

सोमवार को प्रेस क्लब के सभागार में पूर्वांचल के वरिष्ठ पत्रकार अनिल कुमार श्रीवास्तव की तृतीय पुण्यतिथि के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति अगर अपने कार्य का विस्तार करता है तो उसके सामने चुनौतियां आती हैं। और जो चुनौती स्वीकार कर लेता है वह व्यक्ति इतिहास रचता है। बिना चुनौती के कोई भी कार्य नहीं हो सकता है। कुछ ऐसा ही जीवन अनिल कुमार श्रीवास्तव का रहा है। जब संसाधन सीमित थे तब भी उनसे कोई खबर छूटती नहीं थी। लोक कल्याण की खबरों को प्रमुख स्थान देते थे। खबरों को सही समय और सही तथ्यों के साथ रखने का उनका अपना एक अलग अनुभव था। आज के समय में नई पीढ़ी को भी उनसे सीखना चाहिए कि सीमित संसाधन में लोक कल्याणकारी पत्रकारिता कैसे करनी चाहिए। खबरों के मामले में उनका कोई भी मित्र और शत्रु नहीं था।

press-club-1

राज्य सूचना आयुक्त ने कहा कि अनिल कुमार श्रीवास्तव साहसी व्यक्ति थे। उनके द्वारा कम संसाधनों में पत्रकारिता क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया गया है, पत्रकार का कर्तव्य है कि समाज को स्वच्छ और सुंदर बनाने में अपना अहम योगदान प्रदान करें। उनकी लेखनी स्वच्छ और सुंदर थी उनके बताए हुए रास्ते पर चलना हम सभी का कर्तव्य बनता है। साधनों के रहते हुए भी साइकिल से चल कर पत्रकारिता की अलख जगाने वाले अनिल कुमार श्रीवास्तव की कोई जोड़ नहीं है।

कार्यक्रम को वरिष्ठ पत्रकार दिनेश कुमार पांडेय ने संबोधित करते हुए कहा कि अनिल कुमार श्रीवास्तव आदर्श पत्रकार थे। हर सामाजिक कार्य में वह बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते थे। वह पत्रकारिता क्षेत्र में पूर्वांचल ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक आदर्श मिसाल हैं। सारे साधनों के होने के बाद भी उन्होंने सादगी को अपनाया था, जिसके कारण उनका पूरा जीवन उज्जवल रहा।

पूर्व विधायक राजमणि पांडेय ने कहा कि जब मैं सक्रिय राजनीति में था, तब अनिल कुमार श्रीवास्तव ने हमारा मनोबल अपनी खबरों के माध्यम से बढ़ाने का कार्य किया था। तब के दिन आज जैसे नहीं होते थे। पत्रकारिता एक तपस्या थी और अनिल जी एक तपस्वी थे। 50 से 60 किलोमीटर साइकिल चला कर वह खबर को लाने का और उसे प्रधान कार्यालय भेजने का कार्य करते थे। जिससे जन आंदोलनों को बहुत ही मजबूती मिलती थी और लोगों तक यह आंदोलन अखबारों के माध्यम से पहुंचते थे।

वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र नाथ तिवारी ने कहा कि अनिल श्रीवास्तव ने जो अलख जगाई है। वह हमेशा जगमगाता रहेगा। उनका जीवन एक वट वृक्ष के समान था, जिसकी शाखाओं पर न जाने कितने लोगों को पत्रकारिता का ककहरा सीखने को मिला। अनिल कुमार श्रीवास्तव ने अपने पूरे जीवन काल में कभी भी मूल्यों से समझौता नहीं किया। वह सच को सच और झूठ को झूठ कहने की हिम्मत रखते थे। उन्होंने कभी भी सिद्धांतों के विपरीत जाकर कोई कार्य नहीं किया। नए लोगों को उनके जीवन से बहुत कुछ सीखने को मिल सकता है।

वरिष्ठ साहित्यकार रामनरेश सिंह मंजुल ने कहा कि अनिल श्रीवास्तव जी एक सशक्त पत्रकार होने के साथ-साथ साहित्यकार भी थे। उनके मार्गदर्शन में तमाम विद्यार्थियों को सहायता मिलती थी। जिसमें से आज देश के कई प्रमुख पदों पर हैं। बस्ती जनपद के अनिल कुमार श्रीवास्तव का नाम एक प्रकाश स्तंभ की तरह है, जो लोगों को जीवन जीने की कला और मार्गदर्शन करता रहेगा।

वरिष्ठ समाज सेवक जगदीश शुक्ल ने कहा कि जन-जन की पीड़ा को बिना किसी भेदभाव के अनिल कुमार श्रीवास्तव खबरों के माध्यम से उठाते थे। जिस पर विधानसभा और लोकसभा में बहस भी होती थी। कई नदियों पर पुल न होने का मुद्दा उठा कर उन्होंने बस्ती जनपद की कई सड़कों पर पुल का निर्माण करने के लिए तत्कालीन सरकारों को सोचने के लिए विवश कर दिया था।

वरिष्ठ पत्रकार जयंत कुमार मिश्रा ने कहा कि अनिल कुमार श्रीवास्तव की लेखनी बहुत ही मजबूत थी। खबरों के लिए हमेशा सकिय रहते थे। जब तक समाचार को भेज नहीं देते थे तब तक वह चैन से बैठते नहीं थे। उनके द्वारा कभी भी खबरों से समझौता नहीं किया गया।

पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि पत्रकार अनिल कुमार श्रीवास्तव ने अपने जीवन काल में बहुत ही सराहनीय कार्य किए हैं। उन्होंने गरीब बच्चों को शिक्षा दिलाने के लिए संघर्ष किया। आज वह बच्चे देश के उच्च पदों पर आसीन हैं। नई पीढ़ी को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।

वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण देव मिश्र ने कहा कि पत्रकारिता क्षेत्र में ही नहीं समाज में भी उनके द्वारा बेहतर कार्य किए गए हैं। उनके द्वारा किए गए कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। छोटी-छोटी खबरों को भी वह उतनी प्राथमिकता देते थे, जितनी प्राथमिकता बड़ी खबरों को देते थे। कम संसाधनों में न्यूज एजेंसी में कार्य करते हुए भी कई दैनिक अखबारों का संचालन भी करते रहे और आज भी उनके द्वारा स्थापित अखबार चल रहा है।

नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि अकुंर वर्मा ने कहा कि स्व. श्रीवास्तव हमारे लिए गुरू थे। उनके बताए हुए मार्ग पर चलते रहने से हमें खुशी और लक्ष्य की प्राप्ति हो रही है। सादा जीवन उच्च विचार उनके जीवन का दर्शन रहा है। वह हमें हमेशा आम जनता से जोड़ने के लिए प्रेरित करते रहते थे जिसका परिणाम आज सामने है।

वरिष्ठ पत्रकार मजहर आजाद ने कहा कि अनिल कुमार श्रीवास्तव का जीवन बहुत ही उदार था। हमेशा उत्साह में रहते थे। खबरों को लेकर हमेशा सक्रिय भूमिका में रहते थे। उनकी प्राथमिकता रहती थी कि पहले खबरों को भेज दें, फिर दूसरा कार्य करें।

डुमरियागंज के अधिशासी अधिकारी महेश प्रताप श्रीवास्तव ने कहा कि अनिल कुमार श्रीवास्तव का जीवन बहुत संघर्षशील रहा है। उन्होंने संघर्षों से ऐसा मुकाम पाया, जो सामान्य व्यक्ति कभी नहीं पा सकता है। कुछ व्यक्ति केवल पद पाते हैं या कद पाते हैं। लेकिन अनिल कुमार श्रीवास्तव को कद और पद दोनों ही मिला। हम लोग बचपन में उनसे मिलने के लिए आते थे बहुत ही सरल स्वभाव के थे।

वरिष्ठ पत्रकार सत्यव्रत द्विवेदी ने कहा कि अनिल श्रीवास्तव लेखनी के विद्वान व्यक्ति थे। वह हमेशा गांव, गरीब, मजबूरों की आवाज को बढ़-चढ़ कर उठाते थे।

इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार लक्ष्मी नरायन पांडेय, वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप चंद्र पांडेय, वरिष्ठ पत्रकार पुनीत दत्त ओझा, त्रिभवन प्रसाद मिश्र, सहायक सूचना अधिकारी प्रभाकर तिवारी, पूर्व सहायक सूचना अधिकारी दशरथ प्रसाद यादव, जगवीर सिंह, भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष महेश कुमार शुक्ल, डॉ. वीके वर्मा, प्रेस क्लब के महामंत्री महेंद्र तिवारी, मनमोहन श्रीवास्तव काजू, संध्या दीक्षित, अर्चना श्रीवास्तव, संतोष सिंह, सुदृष्टि नारायण त्रिपाठी, दिनेश श्रीवास्तव, रहमान अली रहमान, देवेंद्र प्रताप श्रीवास्तव, ओम प्रकाश श्रीवास्तव, सत्येन्द्र कुमार सिंह, विशाल पांडेय, रामकृष्ण लाल जगमग, रमेश चंद्र श्रीवास्तव सहित अन्य लोगों ने भी पत्रकार अनिल कुमार श्रीवास्तव से जुड़ी यादों को साझा किया।

इस मौके पर अवधेश कुमार श्रीवास्तव, अशोक कुमार श्रीवास्तव, संदीप गोयल, सुरेश सिंह गौतम, सत्येन्द्र कुमार पांडेय, अताउल्लाह खान, दिनेश सिंह, राहुल पटेल, विनय कुमार श्रीवास्तव, वीर कुमार, राजन श्रीवास्तव, अनिल कुमार श्रीवास्तव,  राजेंद्र उपाध्याय, अंशुल आनंद, गौरव श्रीवास्त, अमन श्रीवास्तव, आदर्श, आशीष, रामदीन, बाबूलाल, लालू प्रसाद यादव, पवन पांडेय, अरशद महमूद, राजकिशोर श्रीवास्तव, जहांगीर आलम,  राजेश पांडेय, चंद्र प्रकाश शर्मा, सर्वेश कुमार श्रीवास्तव, अनिल कुमार पांडेय, दिनेश कुमार पांडेय, रमेश कुमार, उत्कर्ष, रमजान अली, मो. शादाब, लवकुश सोनी, सत्येन्द्र नाथ श्रीवास्तव, राकेश गिरी, रजनीश त्रिपाठी, मो. कलाम, दीपचन्द्र, रवि श्रीवास्तव, राजेश कुमार चित्रगुप्त, सुरेंद्र श्रीवास्तव, गोकरन नारायण पांडेय, सईद खां, लवकुश यादव, डॉ. नवीन सिंह, सरदार कुलवेन्द्र सिंह, कृष्णा द्विवेदी, राकेश तिवारी, जय प्रकाश उपाध्याय, अनवर अली, अशोक श्रीवास्तव, जीतेन्द्र कौशल, राजेश पांडेय, आनंद कुमार गुप्ता, राजेश मिश्र, मुनिदेव चौधरी, प्रेम नाथ गौड़, त्रिलोकी नाथ, राकेश श्रीवास्तव, अवनीश कुमार, सुरेंद्र चौधरी, भावेश कुमार, श्रवण पटवा, अभिषेक श्रीवास्तव, सुनील कुमार मिश्रा, अनिल कुमार, हरि ओम लल्ला, विवेक श्रीवास्तव, आफताब आलम, वीके त्रिपाठी, मो. रफीक, पप्पू श्रीवास्तव, शिव कुमार रावत, राजेश कुमार, अरुण कुमार सहित समाज के कई वर्ग के लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रेस क्लब के अध्यक्ष विनोद कुमार उपाध्याय तथा अध्यक्षता प्रकाश चंद्र गुप्ता ने किया।

इसी क्रम में स्वास्थ्य कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें आयुर्वेदिक एवं यूनानी, होम्योपैथिक और एलोपैथ तथा नेत्र रोग विशेषज्ञ ने लगभग 210 लोगों की जांच की। 328 लोगों में निःशुल्क दवा का वितरण किया गया।

अनिल कुमार श्रीवास्तव के तृतीय पुण्य तिथि पर 7 लोगों गौरव श्रीवास्तव, अशुंल आनंद, अमन श्रीवास्तव, डॉ. अजीत श्रीवास्तव, राम कुमार गुप्ता, राजकुमार, सुरेंद्र सिंह ने रक्तदान कर महान विभूति स्व. अनिल कुमार श्रीवास्तव को नमन किया।

Click Here👎

👉UP News: स्नान कराकर पहनाए नए कपड़े, फिर कराया भोजन, फिर हर किसी ने की तारीफ

👉Pitru Paksha 2023: श्राद्ध-पिंडदान और तर्पण से प्रसन्न होते हैं पूर्वज

👉Shardiya Navratri 2023: जानें आरंभ तिथि, शुभ मुहूर्त और व्रत कैलेंडर

Post a Comment

0 Comments