UGC NET 2024 || University Grants Commission यूजीसी नेट परीक्षा 2024 को लेकर आवेदन की प्रक्रिया आरंभ हो गई है। इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि UGC के अध्यक्ष प्रोफेसर एम जगदीश कुमार ने सोशल मीडिया के जरिए एक बड़ी राहत देने वाली जानकारी साझा की है। इस नए फैसले से बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स को राहत मिलने की उम्मीद है। वह यह अब 4 साल के बैचलर प्रोग्राम के छात्र-छात्राएं भी नेट परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। इसके साथ ही पीएचडी में भी उन्हें सीधे प्रवेश (Direct Admission) दिया जाएगा.।
क्या है UGC NET 2024 को लेकर नया फैसला
UGC NET 2024 यूजीसी की ओर से कई बड़े बदलावों का संकेत दिया गया है। इसे लेकर नोटिफिकेशन भी जारी है। यूजीसी नेट जून सत्र की परीक्षा 2024 के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया आरंभ हो गई है। ऐसे में जो उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल होने की इच्छा रखते हैं, वह ugcnet.nta.ac.in पर आवेदन पत्र ( Application Form) एप्लिकेशन फॉर्म भर सकते हैं। यूजीसी नेट जून सत्र की परीक्षा 2024 पास करने के बाद वह यूनिवर्सिटी व कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर ( Assistant Professor) के रूप में नियुक्ति पा सकते हैं। साथ ही जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) का मौका मिल सकता है।
अब ये भी सीधे पीएचडी में आवेदन कर सकते हैं आवेदन
यूजीसी के अध्यक्ष प्रोफेसर एम जगदीश कुमार ने सोशल मीडिया के जरिए यह जानकारी दी है। इसके अनुसार वह विद्यार्थी जो 4 साल की बैचलर डिग्री की पढ़ाई कर रहे हैं और मौजूदा समय में वह 8वें सेमेस्टर में हैं। यह सभी विद्यार्थी अब सीधे पीएचडी (Phd Admission 2024) के लिए आवेदन कर सकते हैं। यह भी बताया गया है कि इस तरह से पीएचडी में दाखिला लेने के लिए कुल 75 प्रतिशत अंक या इसके बराबर का ग्रेड हासिल करना जरूरी होगा। माना जा रहा है कि यूजीसी के इस कदम से बड़ी तादाद में छात्र-छात्राओं को राहत मिलने वाली है। यूजीसी नेट परीक्षा (UGC NET 2024 Exam Date) 16 जून 2024 को होगी।
जिस विषय में पीएचडी करना चाहें, पेपर दे सकते हैं
University Grants Commission के Chairman M Jagdish Kumar की ओर से जो जानकारी दी गई है, उसके अनुसार उम्मीदवार अब जिस भी विषय (Subject) में पीएचडी करना चाहते हैं, पेपर दे सकते हैं। भले ही वह किसी भी सब्जेक्ट में चार साल की ग्रेजुएशन डिग्री हासिल किए हों। वहीं, छूट की बात करें तो PhD Admission Rules के मुताबिक एससी (SC), एसटी (ST), ओबीसी (OBC), नॉन-क्रीमी लेयर, दिव्यांग व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग और अन्य श्रेणियों के उम्मीदवारों के लिए 5 प्रतिशत अंकों या इसके बराबर ग्रेड की छूट दिए जाने का भी प्रावधान है।
क्या हैं यूजीसी की 3 कैटेगरी
2024-25 के नए सत्र से प्रत्येक विश्वविद्यालय के यह अवसर होगा की वह नेट (NET) स्कोर के आधार पर योग्य उम्मीदवारों को पीएचडी में प्रवेश दे। UGC ने इसके लिए 3 कैटेगरी बनाई है।
First Category: प्रथम श्रेणी में वह विद्यार्थी शामिल किए आएंगे जो पीएचडी में प्रवेश, JRF, असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति को योग्य पाए जाएंगे।
Second Category: दूसरी महत्वपूर्ण कैटेगरी में ऐसे उम्मीदवार को मौका मिलेगा, जो पीएचडी में प्रवेश के योग्य होंगे। असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर नियुक्ति के लिए सभी नियमों को पूरा करते हुए योग्य मिलेंगे।
Third Category: तीसरी और आखिरी कैटेगरी में वह उम्मीदवार रखे गए हैं, जो केवल पीएचडी में ही प्रवेश के लिए पात्र होंगे।
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