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यूपी के 24 जिलों ने तीन दिन भारी बारिश का अलर्ट || बस्ती मंडल के ये दो जिले हैं शामिल || IMD ने किया सतर्क |
Up Ka Mausam || Up Weather Update || Purvanchal Weather Update || UP Rain weather IMD forecast || उत्तर प्रदेश में मानसून इस समय अपने पूरे शबाब पर है। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में पिछले 24 घंटे से बारिश का दौर जारी है। वहीं इस बीच भारतीय मौसम विभाग की ओर से उत्तर प्रदेश में 24 जिलों में भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में उमस भरी गर्मी से राहत तो मिल जाएगी। लेकिन भारी बारिश की स्थिति में जलभराव की समस्या से भी लोगों को दो-चार होना पड़ सकता है। मौसम विभाग की ओर से यह भी संभावना व्यक्त की गई है कि बारिश के दौरान गरज चमक के साथ वज्रपात भी हो सकता है। ऐसे में बारिश के वक्त मौसम विभाग ने सभी से सतर्क रहने की अपील की है।
यूपी के इन 24 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
उत्तर प्रदेश में मानसून इस समय पूरी तरह से सक्रिय है। ऐसे में भारतीय मौसम विभाग की ओर जिन 24 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। वहां अगले तीन दिनों तक बारिश का दौर जारी रह सकता है। मौसम विभाग की ओर से जिन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, उसमें चित्रकूट, बांदा, प्रयागराज, कौशांबी, सोनभद्र, फतेहपुर, चंदौली, मिर्जापुर, संत रविदास नगर, वाराणसी, संत कबीर नगर, गोरखपुर, महाराजगंज, कुशीनगर, शामली, सहारनपुर, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, रामपुर, मुरादाबाद, महोबा, हमीरपुर, ललितपुर और झांसी व उसके आसपास के जिले शामिल हैं। यहां अगले 24 घंटे के दौरान बारिश का दौर शुरू हो सकता है।
किसानों में कहीं खुशी तो कहीं चिंता
उत्तर प्रदेश में इन दिनों मानसून की वर्षा से किसानों में कहीं खुशी की लहर है, तो कहीं किसान चिंतित नजर आने लगे हैं। जहां ऊंचे इलाकों में बारिश होने से खेतों में तो पानी भर जा रहा है, लेकिन निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बनने लगे हैं। ऐसे में कई स्थानों पर धान की फसल के पानी में डूबने का खतरा बढ़ गया। नदी के आसपास के खेतों में पानी भरने से धान की पैदावार प्रभावित हो सकती है। लेकिन जो इलाके ऊंचे स्थानों पर हैं। वहां के किसानों के लिए मानसून बड़ी खुशखबरी लेकर आया है। दरअसल यहां बारिश होने के भारी बारिश होने के बाद भी खेतों में जितनी जरूरत है उतना ही पानी भर रहा है। लेकिन निचले इलाकों में पानी भरने से खेतों में धान की फसल के डूबने का खतरा बढ़ गया है।
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