Basti News || बस्ती से बड़ी खबर || घाघरा नदी खतरे के निशान से ऊपर || कुआनो का भी बढ़ रहा जलस्तर || प्रशासन का अल्टीमेटम || नदियों जलस्रोतों से रहें दूर
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Basti News || बस्ती से बड़ी खबर || घाघरा नदी खतरे के निशान से ऊपर || कुआनो का भी बढ़ रहा जलस्तर || प्रशासन का अल्टीमेटम || नदियों जलस्रोतों से रहें दूर |
Basti News || जनपद बस्ती में इस समय मानसूनी वर्षा के कारण विभिन्न जल स्रोतों में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। घाघरा नदी वर्तमान में अपने खतरे के निशान 92.730 मीटर के सापेक्ष 93.220 मीटर पर बह रही है, जो कि खतरे के निशान से 0.49 मीटर ऊपर है। वहीं कुआनो नदी खतरे के निशान 83.640 मीटर की तुलना में 79.810 मीटर पर बह रही है, जो 3.83 मीटर नीचे है। वर्षा के कारण जिले के अधिकतर तालाब, पोखरे, नाले, नहरें और गड्ढे जल से भर रहे हैं। इसके चलते इन जल स्रोतों के आसपास की भूमि दलदली और अत्यंत फिसलन भरी हो गई है। ऐसे में लोगों के जलाशयों के निकट जाने से फिसलने या डूबने की दुर्घटनाएँ हो सकती हैं. जो जीवन के लिए अत्यंत संकटपूर्ण हो सकती हैं। अपर जिलाधिकारी प्रतिपाल सिंह ने बताया कि आपकी सुरक्षा, हमारी प्राथमिकता है। ऐसे में नीचे दिए निर्देशों का पालन करें। वहीं, जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण, बस्ती की ओर से जनमानस से अपील की गई है कि वे निम्नलिखित सावधानियां बरतें।
बाढ़ के समय क्या करें
- किसी भी आपात स्थिति में तुरंत जिला बाढ़ नियंत्रण कक्ष या टोल-फ्री नंबर 1077 पर संपर्क करें।
- अपने घर के जरूरी दस्तावेज़, दवाईयां, टॉर्च, बैटरी, सूखा भोजन व पेयजल आदि एक आपातकालीन बैग में तैयार रखें।
- बिजली के उपकरणों को सूखे स्थान पर रखें और पानी में गिरे बिजली के तारों से दूरी बनाए रखें।
- यदि प्रशासन द्वारा सुरक्षित स्थान पर जाने का निर्देश मिले तो तुरंत वहां जाएं।
- बच्चों व बुजुर्गों पर विशेष ध्यान दें और उन्हें अकेले बाहर न निकलने दें।
- रेडियो, टीवी या मोबाइल के माध्यम से मौसम और बाढ़ की स्थिति की जानकारी लगातार लेते रहें।
- गांव-समुदाय में एक-दूसरे की मदद के लिए तत्पर रहें।
बाढ़ के समय क्या न करें
- भरे हुए तालाबों, नहरों, पोखरों और गड्डों के पास न जाएं। वहां की जमीन फिसलन भरी व अस्थिर हो सकती है।
- जलाशयों में तैराकी या नहाने के लिए न जाएं। जल का बहाव बहुत खतरनाक हो सकता है।
- अफवाहों पर विश्वास न करें। केवल सरकारी सूचना स्रोतों से जानकारी लें।
- बिजली के गिरे हुए तारों, टूटे हुए खंभों और जलमग्न उपकरणों के संपर्क में न आएं।
- तेज बहाव वाले पानी को पार करने की कोशिश न करें। यहां तक कि पैदल भी नहीं।
- अपने बच्चों को अकेले बाहर खेलने न दें। विशेषकर जलाशयों या बहते पानी के पास।
- गांव-समुदाय में एक-दूसरे की मदद के लिए तत्पर रहें।
अभिभावकों से विशेष अनुरोध
- अपने बच्चों पर सतर्क निगरानी रखें। उन्हें किसी भी सूरत में जल से भरे तालाब, पोखरे या नहरों के पास न जाने दें। जल-क्रीड़ा अथवा नहाने जैसे जोखिम भरे कार्यों से रोकें।
- सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे प्रशासन का सहयोग करें और स्वयं तथा अपने परिवार को सुरक्षित रखें।
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