![]() |
Wedding Insurance policy 2024 || शादी का भी होता है बीमा || मुश्किल में आपको नहीं लगने देगा आर्थिक चोट || जानिए क्यों है जरूरी |
Wedding Insurance policy || विवाह समाज का आधार है। केवल पुरूष और स्त्री का मिलन ही नहीं होता, बल्कि दो परिवार आपस में जुड़ते हैं। देश मे हर साल लाखों शादियां होती हैं, जिसके बंदोबस्त में करोड़ों रुपये खर्च हो जाते हैं। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (Confederation Of All India Traders- CAIT) के आंकड़ों पर गौर करें तो देश में हर साल करीब 35 लाख शादियां होती हैं, जिसमें एक अनुमान के मुताबिक सवा 4 लाख करोड़ रुपये से अधिक खर्च हो जाते हैं। संस्था के अनुमान के अनुसार साल 2030 तक विवाह आयोजनों पर होने वाला खर्च 414.2 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। गौरतलब यह भी है कि वैवाहिक समारोह में खर्च बेतहाशा बढ़ रहा हैं। इस वैवाहिक आयोजनों को पूर्ण करने के वाले उद्योगों में निवेश लगातार बढ़ रहा है।
स्टेटस सिंबल बन गया है शादियों में खर्च
हाल में मुकेश अंबानी के बेटे की शादी में पैसा पानी की तरह बहाया गया। आमतौर पर भारत में सगाई से लेकर तिलक चढ़ाने और शादी और विदाई में लोग दिल खोल कर खर्च करते हैं। हालांकि, कई लोग मानते हैं कि यह फिजूलखर्ची है, लेकिन इन सब के बाद भी शादियों के भव्य आयोजन किए जा रहे हैं और आगे भी जारी रहेंगे। वहीं, जब से मैरिज हॉल का कॉन्सेप्ट चला है, तब से शादियों में खर्च और भी बढ़ गया है। ऐसे में शादी जहां दो जन के मिलन का पहला कदम है, वहीं मैरिज प्लानर के लिए यह एक उद्योग बनता जा रहा है। जिसमें निवेश कर वह मोटी कमाई कर रहे हैं। आजकल शादियां भी अलग-अलग थीम पर रचाई जा रही हैं।
क्यों जरूरी है शादी का बीमा
अब तक तो आप समझ ही गए होंगे कि शादी के आयोजन में कितना तामझाम करना पड़ता है। मगर एक बात पर अभी और भी गौर करने की जरूरत है वह यह है कि शादी जैसे किसी भी आयोजन में कई तरह की असुरक्षा भी हो सकती है। इसमें शादी का टूट जाना या कैंसिल हो जाना, आयोजन वाले स्थान पर किसी तरह का धमाका हो जाना, आग लग जाना या फिर अन्य किसी प्राकृतिक आपदा की वजह से शादी के आयोजन का प्रभावित होना शामिल है। इन सब स्थिति से बचने के लिए अब कई बीमा कंपनियां अब शादी का भी इंश्योरेंस करने लगी हैं। इसी को वेडिंग इंश्योरेंस (Wedding Insurance Policy) कहते हैं। शादी का बीमा इसलिए भी जरूरी है कि यह एक प्रकार से सुरक्षा कवच की तरह का काम करता है। इस Wedding Insurance Policy की खास बात यह है इसका प्रीमियम शादी के आयोजन के आधार पर तय होता है। यानी जितना बड़ा आयोजन उतना प्रीमियम।
क्या-क्या कवर होता है वेडिंग इंश्योरेंस में?
किसी भी कारण से शादी का न होना या कहें कैंसिल हो जाना। किसी वजह से शादी की तारीख का बदल जाना या टल जाना। कैटरिंग के तहत वेंडर को दी गई रकम से लेकर होटल व गाड़ियों की बुकिंग संग घर या शादी स्थल की सजावट यह सब इसमें कवर होता है। इसमें हुए नुकसान का भुगतान या क्षतिपूर्ति बीमा कंपनी की ओर से की जाती है। इसी तरह ऐड-ऑन और राइडर्स की सुविधा भी मिलती है। इसका मतलब यह हुआ कि यदि रास्ते में कुछ अनहोनी हो जाती है। तो इस तरह की विशिष्ट परिस्थिति में राइडर्स आपको मदद पहुंचाएगा।
क्या-क्या नहीं है बीमा कवर के दायरे में?
जैसा की आप जानते हैं कि हर तरह की बीमा पॉलिसी के कुछ नियम होते हैं। यहां भी कुछ नियम हैं, जिनके बारे में आपको जानना जरूरी है। इससे आप बीमा लेने के दौरान उसके सभी सकारात्मक और नकारात्मक पहलू को आसानी से समझ पाएंगे। किसी जन्मजात बीमारी से मौत, अपहरण या आत्महत्या की स्थिति में इंश्योरेंस मान्य नहीं होता है। इसके साथ ही यदि आतंकवादी हमला या अप्राकृतिक चोट आती है, तब भी बीमा कंपनी पॉलिसी कवर नहीं देगी।
वेडिंग इंश्योरेंस पॉलिसी देने वाली प्रमुख बीमा कंपनी
- बजाज एलियांज (Bajaj Allianz)
- आईसीआईसीआई लोम्बार्ड (ICICI Lombard)
- नेशनल इंश्योरेंस कंपनी (National Insurance Company)
- ओरियंटल इंश्योरेंस (Oriental Insurance)
0 Comments