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120 किलोमीटर का बन रहा 6 लेन एक्सप्रेस वे || यूपी से सीधा जुड़ा जाएगा यह राज्य || करीब 8 दर्जन गांव में जमीन का हो रहा अधिग्रहण |
Ambala Shamli Expressway || आने वाले कुछ भी वर्षों में उत्तर प्रदेश की पहचान शानदार एक्सप्रेस वे से होने लगे, तो यह कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। आज हम जिस एक्सप्रेस वे की चर्चा करेंगे, वह उत्तर प्रदेश और हरियाणा को जोड़ने वाला है। इस एक्सप्रेस वे की कुल लंबाई करीब 120 किलोमीटर बताई जा रही है। यह एक्सप्रेस वे 6 लेन का होगा। उत्तर प्रदेश के शामली जिले से शुरू होकर यह एक्सप्रेस वे हरियाणा राज्य के अंबाला सिटी तक जाएगा। इस एक्सप्रेस वे की जद में दोनों राज्यों के 94 गांवों की जमीन आ रही है। किसानों को मुआवजा देकर आवश्यक जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
चार राज्यों की बेहतर हो जाएगी कनेक्टिविटी
मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश के शामली जिले या यह कहें कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश से अंबाला जाने के लिए कोई सीधा और आसान रास्ता नहीं है। इसके लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को करनाल होते हुए सफर करना पड़ता है। वहीं, अंबाला शामली एक्सप्रेसवे से बन जाने से पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान, पंजाब के साथ हरियाणा राज्य की पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों से कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी। मौजूदा समय में शामली से अंबाला तक का सफर करने में दो से ढाई घंटे का वक्त लग ही जाता है। मगर इस नए एक्सप्रेस वे के बन जाने से इस दूरी को एक से डेढ़ घंटे के भीतर में ही तय किया जा सकता है।
3660 करोड़ रुपये है 6 लेन एक्सप्रेस वे का बजट
इस अंबाला शामली एक्सप्रेसवे की भव्यता और विशालता का अंदाजा इसी बात पर से लगाया जा सकता है कि इस सिक्स लेन एक्सप्रेसवे के निर्माण में 3660 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। बताया जा रहा है कि इस एक्सप्रेसवे का निर्माण द्रुत गति से चल रहा है। यहां एक बार और आपको बता दें कि यह सिक्स लेन का एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के शामली से शुरू होकर हरियाणा के अंबाला शहर तक जाएगा। यह ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे होगा। इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से उत्तर प्रदेश समेत हरियाणा, राजस्थान और पंजाब की कनेक्टिविटी आपस में बहुत ही बेहतर हो जाएगी। 120 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस वे से उत्तर प्रदेश के साथ-साथ इस जुड़ने वाले चार राज्यों में औद्योगिक विकास को भी गति मिलेगी। वहीं, अंबाला, यमुनानगर और शामली के जिन 94 गांव से यह एक्सप्रेस वे गुजरेगा, वहां भी विकास के नए आयाम विकसित होंगे।
भारतमाला परियोजना के तहत बन रहा यह एक्सप्रेस वे
अंबाला शामली एक्सप्रेस वे का निर्माण भारतमाला परियोजना के तहत किया जा रहा है। सिक्स लेन का यह एक्सप्रेसवे ग्रीन फील्ड कॉरिडोर के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे की शुरुआत हरियाणा के अंबाला-चंडीगढ़ रोड से होगी। वहां से यह एक्सप्रेस वे उत्तर प्रदेश के शामली जिले में प्रवेश करेगा। शामली से होते हुए कुरुक्षेत्र, करनाल, यमुनानगर के रास्ते यह दिल्ली-शामली-सहारनपुर फोरलेन को जोड़ेगा। वहीं, इसके बाद दिल्ली देहरादून इकोनामिक कॉरिडोर से भी इसकी कनेक्टिविटी हो जाएगी। एक्सप्रेसवे पूरी तरह से ग्रीन फील्ड कॉरिडोर के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिसका राइट ऑफ वे करीब 60 मीटर होना बताया जा रहा है।
यूपी में 45 किलोमीटर होगी एक्सप्रेस वे की लंबाई
अंबाला शामली एक्सप्रेस वे की उत्तर प्रदेश में लंबाई करीब 45 किलोमीटर होगी। वहीं, हरियाणा राज्य में इसकी लंबाई करीब 75 किलोमीटर बताई जा रही है। इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से हरियाणा के अंबाला, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, करनाल और उत्तर प्रदेश के शामली और सहारनपुर जिले के कई गांव एक्सप्रेस वे से सीधे जुड़ जाएंगे। इसके लिए जमीनों का अधिग्रहण चल रहा है। बता दें कि, अंबाला के 58, यमुनानगर के 12 और शामली जिले के 24 गांव की जमीन एक्सप्रेसवे में जा रही है। एस एक्सप्रेसवे के निर्माण की जिम्मेदारी तीन अलग-अलग कंपनियों को सौंप गई है। हरियाणा और उत्तर प्रदेश में इन कंपनियों ने काम शुरू भी कर दिया है। बताया जा रहा है कि हरियाणा के 75 किलोमीटर वाले खंड में भूमि को समतल करने, मिट्टी पाटने व अन्य ग्राउंड वर्क का काम तेजी से चल रहा है।
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