![]() |
देश और दुनिया भर की रसोई में अपनी सुगंध बिखेरता है यूपी के इस जिले का सिरका |
One District One Product Sirka Basti Up || उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले का खास उत्पाद सिरका (Vinegar) देश और दुनिया में अपने बेहतरीन स्वाद के लिए जाना जाता है। करीब 4 साल पहले योगी आदित्यनाथ की सरकार ने जब इसे एक जिला एक उत्पाद (One District One Product) में स्थान दिया तो इसकी सुगंध और भी मनमोहक हो गई। आज बस्ती जिले का विक्रमजोत का इलाका देसी सिरके के उत्पादन के लिए विख्यात हो गया है। अब यहां के तमाम गांवों में घर-घर सिरका बनता है। जिसकी आपूर्ति विदेश तक होती है। आपको जानकर खुशी होगी कि मौजूदा समय में करीब 2.5 प्रतिशत लोग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इस कारोबार से जुड़ अपनी जिंदगी में संपन्नता की सुगंध भी महसूस कर रहे हैं।
एनएच 28 पर विक्रमजोत से गुजरने पर खींचती सोंधी खुश्बू
लखनऊ से गोरखपुर आते या जाते समय विक्रमजोत इलाके से जब आप गुजरते हैं, तो यहां की हवा में आपको सिरके की सोंधी खुश्बू अपनी ओर आकर्षित करने लगेगी। यही वजह है कि तमाम लोग यहां गाड़ियां रोक कर सिरका खरीदते दिख जाएंगे। इस सिरके की तासीर बहुत ही गजब की होती है। हालांकि, देश में तमाम नामी गिरामी कंपनियां गन्ने का सिरका बनाती हैं। लेकिन, बस्ती जिले का सिरका इन सब उत्पादों में अपनी अलग पहचान रखता है। यही वजह है कि भारत के विभिन्न राज्यों से आने वाले लोग यहां से थोक के भाव सिरका खरीद कर ले जाते हैं और अपने रिश्तेदारों तक में बांटते हैं।
गन्ने से विशेष विधि से तैयार होता है सिरका
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के छावनी, विक्रमजोत, हर्रैया, कप्तानगंज क्षेत्र के दर्जनों गांवों सिरका उत्पादन कुटीर उद्योग के रूप में विकसित हो रहा है। बस्ती जिले का बना सिरका देश-दुनिया की रसोई में अपनी सुगंध बिखेरता है। इसे गन्ने से तैयार किया जाता है। गन्ना ही सिरका उत्पादन का कच्चा माल है। इसे बनाने में कोई बहुत बड़ी तकनीकी का इस्तेमाल नहीं होता है। इसीलिए इसे घर-घर में आसानी से तैयार कर लिया जाता है। यहां के लोग अपने सिरके को उत्तर प्रदेश के दिल्ली, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान समेत दक्षिण के राज्यों तक में निर्यात करते हैं।
यह भी पढ़ें...
स्वास्थ्य के बेहद लाभकारी है सिरका
सिरका के सेवन को स्वास्थ्य के लिए बड़ा ही लाभकारी माना जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट भी इसे सेहत के लिए गुणों की खान मानते हैं और इसे अपने भोजन में शामिल करने की सलाह देते हैं। आयुर्वेदाचार्य डॉ. जीपी तिवारी बताते हैं कि गन्ने के सिरके विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में मददगार साबित हो सकता है। इसकी तासीर अम्लीय होती है, जिसे शरीर में क्षार का संतुलन बना रहता है। बीमारियों के लिहाज से बात करें, तो मोटापा कम करने में यह बेहद कारगर साबित हो सकता है। हिचकी और खराश में भी लाभकारी माना जाता है। इसमें एंटीबायोटिक गुण भी पाए जाते हैं। जो मुंह में होने वाले रोगों में लाभकारी माना जाता है।
0 Comments