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Up Rain Alert || यूपी के इन जिलों में बारिश के लिए 48 से 72 घंटों का इंतजार || तब तक उमस भरी गर्मी झेलना मजबूरी |
Up Ka Mausam || Up Weather Update || Purvanchal Weather Update || UP Rain weather IMD forecast || उत्तर प्रदेश में मानसून एक बार फिर से कमजोर पड़ता दिख रहा है। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बारिश का नामोनिशान नहीं है। जिसके चलते उमस भरी गर्मी का दौर एक बार फिर से शुरू हो गया है। पिछले 24 घंटे से उत्तर प्रदेश के कई जिलों में एक बूंद बारिश नहीं हुई है। जबकि, आसमान में बादलों की आवाजाही बनी हुई है। वहीं, भारतीय मौसम विभाग की ओर से यह उम्मीद जताई गई है कि अभी बारिश के लिए दो से तीन दिन का इंतजार करना पड़ सकता है। यानी 48 से 72 घंटे के बाद बारिश होने की संभावना बन सकती है। इस तरह दो या 3 सितंबर को उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बारिश की संभावना जताई जा रही है। तब तक उमस भरी गर्मी झेलना लोगों के लिए मजबूरी बनी रहेगी।
यूपी के कई जिलों में तेज धूप से बढ़ा तापमान
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में शनिवार को भी तेज धूप खिली। हालांकि, तेज धूप का सिलसिला बृहस्पतिवार से ही चल रहा है। शुक्रवार को भी तेज धूप खिली थी। वहीं, शनिवार को भी तेज धूप खिलने से तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में शनिवार को अधिकतम तापमान 35 से 36 डिग्री के बीच रिकॉर्ड किया गया। वहीं, वाराणसी, लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज, मेरठ, गाजियाबाद, झांसी, आगरा व इसके आसपास के जिलों में भी तेज धूप का असर देखने को मिला। आसपास के जिलों में भी कमोबेश ऐसी ही स्थिति रही। इसके चलते लोग गर्मी से बेहाल नजर आए। हालांकि बारिश न होने की स्थिति में उमस भरी गर्मी झेलने के अलावा लोगों के पास कोई विकल्प नहीं है। क्योंकि ऐसे समय में न तो कूलर काम आ रहा है और नहीं पंखे की हवा से गर्मी शांत हो रही है। ऐसे में एक बार फिर लोग एसी का रुख करने लगे हैं। फिलहाल मौसम के खुशनुमा होने के लिए अभी 2 से 3 दिन का इंतजार करना पड़ सकता है।
किसानों की बढ़ने लगी है चिंता
उत्तर प्रदेश में बारिश का दौर थमने से केवल आम नागरिक की नहीं परेशान हैं। किसानों की भी चिंता बढ़ने लगी है। दरअसल, धान की फसल में इन दिनों पानी की कमी महसूस की जाने लगी है। इस समय केवल निचले इलाकों के खेतों में या नदी के तटीय इलाकों के खेतों में ही धान के खेत में पानी देखने को मिल सकता है। बाकी ऊंचे इलाकों में धान के खेतों में जमीन सूखने लगी है। ऐसी स्थिति में किसानों का चिंतित होना लाजिमी है। किसानों का मानना है कि अगर एक हफ्ते से 10 दिन तक ऐसी ही स्थिति रही, तो धान की फसल के उत्पादन पर असर पड़ सकता है और रोग लगने की संभावना भी बढ़ सकती है। ऐसी स्थिति में किसान भी उत्तर प्रदेश में बारिश होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
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