![]() |
ठंड के जल्द दस्तक देने का आभास कराने लगीं हवाएं || आपने महसूस किया क्या || अबकी बारिश के बाद शुरू हो सकती है सुबह शाम की गुलाबी ठंड |
Up Rain Alert || Up Ka Mausam || Up Weather Update || Purvanchal Weather Update || UP Rain weather IMD forecast || उत्तर प्रदेश में मानसून जल्द ही विदा ले लेगा। माना जा रहा है कि सितंबर के आखिरी सप्ताह के आखिरी दिनों में बारिश के बाद मौसम में बदलाव आना शुरू हो जाएगा। सुबह शाम की गुलाबी ठंड इस बात का अहसास दिलाने लगेगी कि जल्द ही ठंड अपने शिखर पर पहुंच जाएगा। इसका आभास हवाएं अभी से कराने लगी हैं। रविवार को हालात ऐसे रहे कि आसमान में बादल छाने की वजह से छांव में हवाओं में शीतलता महसूस हुई। तो धूप में जाने पर गर्मी का अहसास हो रहा था। यह स्थिति दोपहर तक रही। हालांकि गर्मी के समय में या कुछ दिनों पहले ऐसा कम ही देखने को मिलता था। धूप में गर्मी तो होती ही थी हवाओं में भी राहत मिलने की उम्मीद कम ही मिल पाती थी। ऐसे में माना जा सकता है कि अब ठंड के लिए ज्यादा दिन इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
इस बार पड़ सकती है कड़ाके की ठंड
इस बार बेहिसाब गर्मी पड़ी, तो मानसून भी जमकर बरसा। गर्मी के दिनों में तापमान कई दिनों तक 40 डिग्री से पार रहा। जिसके चलते इस बार लोग कुछ ज्यादा ही गर्मी से बेहाल हुए। हालांकि उन्हें राहत तब मिली। जब मानसून ने दस्तक दी और बारिश का दौर शुरू हुआ। लेकिन मानसून ने भी इस बार खूब झेलाया। उत्तर भारत के कई राज्यों समेत उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों में जमकर बारिश हुई। हालात यह रहे कि शहर से लेकर कस्बों और ग्रामीण इलाकों तक जलभराव की स्थिति ने लोगों को खूब परेशान किया। वहीं, नदियां भी उफान पर रहीं। कई जिलों में बाढ़ की स्थिति भी बनी। हालांकि अब नदियों का जलस्तर घटने लगा है और इसी के साथ मानसून भी विदा लेने की तैयारी में है। लेकिन मौसम विज्ञानियों का मानना है कि जाते-जाते मानसून सितंबर के आखिरी सप्ताह में अच्छी बारिश कर सकता है। अब तक के पूर्वानुमान के मुताबिक 25 सितंबर से मौसम बदलने की उम्मीद है। इसके बाद 26, 27 व 28 सितंबर को उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में बारिश देखने को मिल सकती है।
किसानों के समझ से परे रहा मानसून का मिजाज
इस बार मानसून ने सभी को चौंकाया। जिन इलाकों में हर साल बेहद कम बारिश हुआ करती थी। वहां पर बारिश ने बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए। जिन इलाकों में हर साल बाढ़ जैसे हालात बनते थे उन क्षेत्रों के किसान बारिश के लिए इंतजार करते देखे गए। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के कई जिलों में इस समय भी ऐसे ही हालात हैं। मानसून का मिजाज उन्हें इस बार बिल्कुल भी समझ में नहीं आ रहा है। किसानों का मानना है कि सितंबर के महीने में भी धान के खेतों में पानी सूख रहा है। बस्ती, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर और आसपास के जिलों में किसानों को निजी संसाधनों से पानी चला कर धान के खेतों में सिंचाई करनी पड़ रही है। अगर मानसून सितंबर के आखिरी सप्ताह में अच्छी बारिश कर जाता है, तो किसानों के लिए बड़ी राहत देने वाली बात होगी। फिलहाल यह अभी बहुत कुछ निर्भर करेगा कि आने वाले दिनों में मानसून का क्या रुख रहने वाला है। फिलहाल इस बार धान की फसल के लिए आमतौर पर जितनी बारिश होनी चाहिए मानसून ने उतना पानी दे दिया है।
हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए लिंक पर क्लिक करें...
https://chat.whatsapp.com/HOE1ECNYd20Jlu25Qnps4N
0 Comments