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Cyclone Dana Effect In UP || यूपी में पूर्वांचल के इन जिलों में दिख सकता है चक्रवाती तूफान दाना का असर || तेज हवा के साथ हो सकती है बारिश! |
Cyclone Dana Live Update|| चक्रवर्ती तूफान दाना का असर पश्चिम बंगाल, झारखंड के साथ उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के भी कुछ जिलों में देखा जा सकता है। हालांकि इसे लेकर अभी कोई सटीक पूर्वानुमान जारी नहीं किया गया है। लेकिन मौसम विभाग की ओर से कहा जा रहा है कि चक्रवर्ती तूफान का असर पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के साथ उत्तर प्रदेश के वाराणसी और सोनभद्र जिले में भी देखने को मिल सकता है। इस दौरान तेज हवाओं के साथ बूंदाबादी या बारिश की संभावना भी बन रही है। बता दें कि बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवर्ती तूफान दाना 24 अक्टूबर की रात उड़ीसा के तट से टकराएगा। इसके बाद पश्चिम बंगाल होते हुए अन्य राज्यों की ओर रुख कर सकता है। हालांकि टकराने के बाद चक्रवर्ती तूफान दाना कमजोर पड़ने लगेगा। ऐसे में अंदरुनी राज्यों में इसका कम असर देखने को मिलेगा।
India Meteorological Department ने एक्स पर दी जानकारी
चक्रवाती तूफान "दाना" (दाना के रूप में उच्चारित) पूर्व-मध्य और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर पिछले 6 घंटों के दौरान 12 किमी प्रति घंटे की गति के साथ उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है। 23 अक्टूबर को 17:30 बजे IST पर अक्षांश के पास उसी क्षेत्र पर केंद्रित था। 17.2° उत्तर और देशांतर 88.9°पूर्व, पारादीप (ओडिशा) से लगभग 420 किमी दक्षिणपूर्व, धमारा (ओडिशा) से 450 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व और सागर द्वीप (पश्चिम बंगाल) से 500 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व। इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 24 तारीख की सुबह तक मध्य और निकटवर्ती उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है। मध्य के दौरान पुरी और सागर द्वीप के बीच भितरकनिका और धमारा (ओडिशा) के करीब उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल तटों को पार करेगा। 24 अक्टूबर की रात से 25 अक्टूबर, 2024 की सुबह तक 100-110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में इसका असर देखा जा सकता है।
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तापमान में गिरावट की बढ़ जाएगी संभावना
25 अक्टूबर तक अगर उत्तर प्रदेश में चक्रवर्ती तूफान दाना का असर दिखेगा, तो इसका असर तापमान में गिरावट के रूप में भी देखा जा सकता है। अभी फिलहाल उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों में अधिकतम तापमान 32 से 34 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। जबकि न्यूनतम तापमान 20 से 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह रहा है। वहीं, बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में अगर तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी होती है। तो तापमान में भी एक से दो डिग्री तक की गिरावट हो सकती है। ऐसे में दीपावली से पहले मौसम और ठंडा होने की संभावना बढ़ जाएगी। फिलहाल अभी आने वाले दिनों में चक्रवर्ती तूफान दाना का असर क्या होगा। इसे लेकर सटीक तौर पर अगले कुछ घंटों के बाद ही कहा जा सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FaQ)
चक्रवाती तूफान क्या है?
चक्रवाती तूफान कम वायुमंडलीय दवाब के चलते चारों ओर तेज रफ्तार से चलने वाली गर्म हवा होती है। यह कई बार स्थलीय भू-भागों पर भीषण तबाही की वजह भी बनते हैं। पृथ्वी के दक्षिणी गोलार्ध में चलने वाली गर्म हवा को चक्रवात के तौर पर जाना जाता है।
चक्रवात क्या है और इसके क्या कारण हैं?
यह चक्रवाती हवा के तूफ़ान होते हैं। इसके आने पर कम दबाव वाले क्षेत्रों में भारी वर्षा होती है। यह समुद्र की सतह पर गर्म हवा के लगातार बढ़ने की प्रक्रिया के कारण बनते हैं। मौसम के जानकारों का कहना है इस खाली जगह में ठंडी हवा स्थान ले लेती है। जो आगे गर्म होकर ऊपर उठती है।
चक्रवात कितने प्रकार के होते हैं?
मुख्य तौर पर चक्रवात के छह प्रकार के होते हैं। ध्रुवीय चक्रवात, ध्रुवीय कम, अत्तिरिक्त उष्ण कटिबंधीय चक्रवात, अंत:उष्ण कटिबंधीय चक्रवात, उष्णकटिबंधीय चक्रवात और मेसोसाईंक्लोनेस।
चक्रवाती तूफान का नाम कैसे रखा जाता है?
भारत में मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की ओर से तूफान का नाम तय किया जाता है। imd तूफानों के नामों की सूची जारी करता है। जब एक बार किसी नाम का प्रयोग हो जाता है तो उस नाम का दोबारा प्रयोग नहीं होता। उदाहरण के तौर, अरब सागर में किसी तूफान के आने का संकेत मिलता है तो उससे प्रभावित होने वाले देश या उससे सटे देश तूफान का नामकरण करते हैं।
चक्रवात से बचने के क्या उपाय हैं?
प्रभावित क्षेत्र में आसपास के राहत शिविरों या शरणस्थली और वहां तक जाने के रास्ते की जानकारी रखें। आपातकालीन किट और आवश्यक खाद्य सामग्री, दवा, टार्च आदि तैयार रखें। दरवाजे, खिड़कियों और दीवारों को चक्रवात के मौसम से पहले मजबूत कर लें।
निष्कर्ष
अक्सर चक्रवाती तूफान बड़ी तबाही का कारण बनते हैं। चक्रवाती तूफान दाना के असर के मद्देनजर केंद्र और संबंधित राज्य सरकारों की ओर से बचाव के लिए बड़े पैमाने पर प्रबंध किए जा रहे हैं। संभावित प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। चक्रवाती तूफान दाना का असर ओडिशा, पश्चिम बंगाल के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में भी देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग की ओर से बताया जा रहा है कि 24 अक्टूबर को यूपी में बारिश हो सकती है।
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