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Basti News || बस्ती से बड़ी खबर || जानिए किसके हेल्थ चेकअप को इकट्ठा किया जा रहा 37000 सैम्पल |
Basti News || सेहत अगर सही है तो सबकुछ अच्छा है। यह जितना इंसानों पर लागू होता है, उतना ही मिट्टी पर भी लागू होता है। जी हां, हम बात कर रहे हैं मिट्टी की सेहत की। जिससे अन्नदाता तमाम तरह की फसल उगाते हैं। अब खेतों की माटी कितना उपजाऊ है, उसमें किन तत्वों की कमी है। यह सब जानने के लिए कृषि विभाग की ओर से बस्ती मंडल में खेत की माटी के 37000 सैम्पल एकत्रित कर उनकी जांच की जाएगी। कृषि विभाग की ओर से यह अभियान राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत शुरू किया गया है।
बस्ती मंडल की माटी की सेहत का सामने होगा ब्लूप्रिंट
संयुक्त कृषि निदेशक अविनाश चंद्र तिवारी बताते हैं कि मिट्टी की सेहत अगर अच्छी है तो उत्पादन भी अच्छा है। उत्पाद की गुणवत्ता भी बेहतर होती है। इसीलिए मृदा स्वास्थ्य एवं उर्वरता कार्यक्रम के तहत मिट्टी की सेहत की जांच कराई जा रही है। बस्ती मंडल के तीनों जिलों बस्ती, सिद्धार्थनगर और संतकबीरनगर के सभी विकास खंड क्षेत्र के चयनित 10 गांवों से 100-100 मिट्टी के नमूने इकट्ठा किए जा रहे हैं। इसकी रिपोर्ट आने के बाद जिले में कृषि योग्य भूमि की सेहत का ब्लूप्रिंट सामने होगा और जहां भी कुछ कमी पाई जाएगी उसे सुधारने का प्रयास किया जाएगा।
13235 सैम्पल पहुंचे कृषि विभाग के लैब
संयुक्त कृषि निदेशक अविनाश चंद्र तिवारी ने बताया कि बस्ती जिले में 14 ब्लाकों के 140 गांवों से 14000, संतकबीर नगर में 9 ब्लाकों के 90 गांवों से 9000 और जनपद सिद्धार्थनगर के 14 ब्लाकों के 140 गांवों से 14000 मिट्टी के नमूने लिए जाने हैं। इस तरह से बस्ती मंडल में कुल 37000 मृदा नमूना की जांच का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अभी तक 13235 मृदा नमूना एकत्र कर प्रयोगशाला में विष्लेषण के लिए उपलब्ध कराया गया है।
सैम्पल लेने में लापरवाह पर होगी कार्रवाई
संयुक्त कृषि निदेशक अविनाश चंद्र तिवारी ने बताया कि मृदा प्रयोगशाला में एकत्रित किए गए मिट्टी के सैम्पल की जांच के बाद किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिया जाएगा। इस कार्ड में दर्ज ब्यौरे के आधार पर किसान खेतों में संतुलित खाद का प्रयोग कर पाएंगे। यह भी कहा कि तय किए गए लक्ष्य के अनुसार सैम्पल एकत्रित करने में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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