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Up Rain Alerts || फिर से सक्रिय हुआ मानसून || अगले 24 से 48 घंटों के बीच पूर्वी उत्तर प्रदेश के 20 जिलों में बारिश का पूर्वानुमान

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Up Rain Alerts || फिर से सक्रिय हुआ मानसून || अगले 24 से 48 घंटों के बीच पूर्वी उत्तर प्रदेश के 20 जिलों में बारिश का पूर्वानुमान

Up Ka Mausam || Up Weather Update || Purvanchal Weather Update || UP Rain weather IMD forecast || उत्तर प्रदेश में मानसून एक बार फिर सक्रिय होने की दिशा में कदम बढ़ा चुका है। बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश के कई जिलों में आसमान में बादलों की आवाजाही देखी गई। इससे उमस गर्मी से थोड़ी राहत तो मिली है। लेकिन मौसम विभाग की ओर से यह पूर्वानुमान जताया गया है कि अगले 24 से 48 घंटे के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश के 20 जिलों में बारिश हो सकती है। इसमें पूर्वांचल के भी कई जिले शामिल हैं। ऐसे में एक तरफ जहां उमस भरी गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। वहीं, किसानों के लिए भी मानसून के दोबारा सक्रिय होने और बारिश होने के अनुमान से चिंता कम होने की उम्मीद है।

यूपी के इन 20 जिलों में बारिश का अनुमान

उत्तर प्रदेश के कई जिलों में एक सप्ताह से अधिक का समय बीतने को है। लेकिन बारिश की एक बूंद भी नहीं पड़ी है। इस दौरान आसमान में तेज धूप खिल रही है। जिससे उमस भरी गर्मी एक बार फिर लोगों को परेशान करने लगी है। ऐसे में बारिश होने की पूर्वानुमान से लोगों ने राहत मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। मौसम विभाग की ओर से पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिन जिलों में अगले 24 से 48 घंटे के भीतर बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है। उसमें गोंडा, अयोध्या, श्रावस्ती, बलरामपुर, देवरिया, बहराइच, संत कबीर नगर, गोरखपुर, कुशीनगर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, बाराबंकी, हरदोई, मुरादाबाद, बिजनौर, बरेली, रामपुर, शाहजहांपुर, पीलीभीत जिले शामिल हैं। वहीं, इन जिलों के आसपास के जिलों में भी मौसम बारिश के चलते सुहाना होने की उम्मीद है।

किसानों को राहत देने वाली होगी बारिश

अगले 24 से 48 घंटे के भीतर अगर उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में मानसून दोबारा सक्रिय होता है और बारिश होती है। तो यह किसानों को बड़ी राहत देने वाली बात होगी। बारिश न होने से धान के खेतों में पानी सूखने लगा। ऊंचे इलाकों में स्थित खेतों में पानी न होने से धान की फसल पर इसका नकारात्मक असर पड़ सकता है। इसे लेकर किसान कई दिनों से चिंतित है। क्योंकि उत्तर प्रदेश के कई जिलों में इस बार उम्मीद से कम बारिश हुई है। ऐसे में अगर बारिश होती है तो धान की फसल के लिए यह अच्छा माना जा रहा है। 

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